बदन सिंह बद्दो की अवैध दुकानों पर योगी सरकार ने चलाया बुलडोजर

MY BHARAT TIMES, 15 मार्च 2022, जगन्नाथ पुरी। उत्तर प्रदेश में माफिया के खिलाफ कार्रवाई के कारण बुलडोजर बाबा के नाम से विख्यात हो चुके मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार का दंबगों के खिलाफ एक्शन जारी है। टीपी नगर के जगन्नाथ पुरी स्थित ढाई लाख के इनामी बदन सिंह बद्दो से खरीदे गए पार्क में बनाई गई अवैध दुकानों पर बुलडोजर चला दिया गया है।

पश्चिमी उत्तर प्रदेश का कुख्यात माफिया अवैध शराब तथा जमीन पर कब्जा करने के मामले में कार्रवाई के बाद से फरार है। विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार फिर से एक्शन मोड में आ गई है। 15 मार्च को उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने माफिया के अवैध कब्जे के खिलाफ अभियान प्रारंभ कर दिया है। इसी क्रम में मेरठ में कार्रवाई की गई।

फरार माफिया कुख्यात बदन सिंह बद्दो की कब्जा कर बेची गई अवैध संपत्ति पर आज मेरठ में योगी आदित्यनाथ का बुलडोजर चल गया। मोस्ट वांटेड बदन सिंह बद्दो ने दूसरों के नाम पर अपना अवैध साम्राज्य खड़ा किया है। पुलिस की अभिरक्षा से फरार बदन सिंह पर ढाई लाख का इनाम घोषित है।

उसने सरकारी पार्क की जमीन पर अवैध कब्जा करके उनको बेचा है। जहां पर फैक्ट्री तथा मकान बने हैं। मेरठ विकास प्राधिकरण ने अवैध कब्जे वाली ढाई बीघा जमीन को मंगलवार को मुक्त कराया है।

गौरतलब है कि कुख्यात शराब माफिया बदन सिंह बद्दो मेरठ में पुलिस हिरासत से भागा था। फरारी काट रहे बदन सिंह पर ढाई लाख का इनाम घोषित है।

दुकानों को बुलडोजर चलाकर ध्वस्त किया : टीपी नगर के जगन्नाथ पुरी में पार्क की जमीन पार्षद राजीव उर्फ काले के साले शिव कुमार की पत्नी रेनू गुप्ता के नाम है। एमडीए की टीम ने मंगलवार को पुलिस को साथ लेकर दुकानों पर बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया गया। शिवकुमार ने यह दुकान पटेल नगर के कबाड़ी नईम को किराए पर दी हुई है। सोतीगंज बंद होने के बाद नईम कबाड़ी ने जगन्नाथपुरी में अपना गोदाम बना रखा था। दुकानें ध्वस्त होने के बाद नईम कबाड़ी अपना सामान उठा रहा है।

नईम कबाड़ी ने बताया कि दुकानें कुछ महीने पहले ही शिवकुमार से किराए पर ली थी। थाना प्रभारी विवेक शर्मा का कहना है कि हिस्ट्रीशीटर बदन सिंह बद्दो और उसके सहयोगियों ने अवैध कब्जा कर रेनू गुप्ता के नाम बैनामा करा दिया था। जिस पर अवैध तरीके से बिना अनुमति के दुकानें बना दी गई थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *