माई भारत टाइम्स, कोटद्वार। उत्तराखण्ड में लोग अभी भी कोरोना नामक महामारी को पूर्ण रूप से गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। उत्तराखण्ड में अब तक कोरोना वायरस पाॅजीटिव की संख्या पाँच हो चुकी है। लाॅकडाउन के बीच एक और कोरोना पाॅजीटिव का मामला सामने आया है। यह मामला भी पिछले मामलों की तरह ही स्पेन से लौटने वाले व्यक्ति का ही है। हाल ही में कोटद्वार के दुगड्डा पहुँचे 26 साल के युवक में कोरोना की पुष्टि हुई है। यह व्यक्ति 19 मार्च को स्पेन से लौटा था, उसे सर्दी-जुकाम के साथ-साथ खाॅसी की शिकायत भी थी, जिसके कारण उसे जीएमवीएम के कण्वाश्रम में बने आईसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था। युवक में कोरोना के लक्षण पाये जाने के कारण उसका सैंपल हल्द्वानी जाॅच के लिये भेजा था। आज उसकी रिपोर्ट पाॅजीटिव आई है। इसके साथ ही युवक के परिवार के चार लोगों को भी घर पर ही क्वारंटीन किया गया है। जानकारी के अनुसार युवक नौकरी की तलाश में स्पेन गया हुआ था। वहाॅ पर कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुये वह भारत लौट आया। उसका दिल्ली एयरपोर्ट पर मेडिकल चेकअप किया गया, जहाॅ पर उसका स्वास्थ्य सामान्य निकला, लेकिन जब वह युवक 19 मार्च को कोटद्वार में दुगड्डा पहुॅचा तो किसी ने वहाॅ के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को उसके लौटने की सूचना दे दी और बताया कि वह स्पेन से लौटने के बाद दुगड्डा में एक दुकान चला रहा है। सूचना मिलते ही स्वास्थ्य कर्मियों की टीम उसके घर पहुॅच गई और उसे अस्पताल ले गई, उस समय उस युवक की तबीयत भी ठीक नहीं थी। इसके बाद उसे आईसोलेशन वार्ड़ में भर्ती कर दिया गया। इसके पहले भी तीन आईएफएस अफसरों में भी कोरोना पाॅजीटिव पाया गया था, और ये तीनों अफसर भी स्पेन से ही आये थे। इसके अलावा एक अमेरिकी नागरिक भी कोरोना पाॅजीटिव पाया गया था जिसका इलाज दून अस्पताल में चल रहा है। लाॅकडाउन होने के बावजूद भी कोरोना पाॅजीटिव के केस का निकलना एक तरह से गंभीर समस्या है, इसके साथ ही उत्तराखण्ड में कोरोना पाॅजीटिव की संख्या भी पाॅच तक पहुॅच गई है। इसलिये हमें भारत सरकार द्वारा लाॅकडाउन के निर्णय को गंभीरता से लेने की आवश्यकता है अन्यथा स्थिति भयावह हो सकती है।