कश्मीर पुलिस ने सोमवार को श्रीनगर के लाल चौक से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया। भारत माता के जय के जयघोष लगाते हुए ये कार्यकर्ता श्रीनगर लाल चौक में स्थित क्लाक टॉवर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने की कोशिश कर रहे थे। इस संबंध में एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें ये कार्यकर्ता ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाते और शहर में तिरंगा फहराते दिख रहे हैं।
महबूबा के बयान के विरोध में भाजपा कार्यकर्ताओं ने सोमवार को कुपवाड़ा से श्रीनगर तक तिरंगा यात्रा निकाली। कुपवाड़ा के भाजपा कार्यकर्ता श्रीनगर की मशहूर लाल चौक पहुंचे और तिरंगा फहराने की कोशिश की। तिरंगा फहराने के लिए आए ये कार्यकर्ता भारत माता की जय के नारे बुलंद करते हुए बार-बार कह रहे थे कि कश्मीर भारत का अंग है। इसे कोई जुदा नहीं कर सकता।
पुलिस में हिरासत में लिए गए तीन भाजपा कार्यकर्ताओं में कुपवाड़ा जिला भाजपा प्रवक्ता मीर बशारत, मीर इश्फाक और अख्तर खान शामिल हैं। बशारत ने कहा कि लाल चौक में तिरंगा फहराने के पीछे उनका मकसद गुपकार डिक्लेरेशन फॉर पीपुल्स अलायंस में शामिल डॉ फारूक अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती, उमर अब्दुल्ला समेत गठबंधन के अन्य सभी सदस्यों को यह संदेश देना है कि कश्मीर में केवल तिरंगा फहराया जाएगा। हिरासत में लिए गए तीनों भाजपा कार्यकर्ताओं को पुलिस स्टेशन कोठीबाग में रखा गया है।
आपको जानकारी हो कि कश्मीर के कई राजनीतिक दलों ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को फिर से बहाल करने और उसे राज्य का दर्जा दिलाने के लिए आंदोलन का बिगुल फूंकते हुए गुपकार डेक्लेरशन फॉर पीपुल्स अलायंस का गठन किया है। उन्होंने केंद्र सरकार की इस कार्रवाई को असंवैधानिक करार देते हुए एक साथ लड़ने का फैसला किया है। संगठन के प्रधान डाॅ फारूक ने यह जोर देकर कहा कि वह राष्ट्र विरोधी नहीं बल्कि भाजपा विरोधी हैं।
वहीं पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने पत्रकारों के समक्ष यह बयान दिया कि वह तब तक तिरंगा नहीं फहराएंगी और न ही तिरंगा उठाएंगी जब तक जम्मू-कश्मीर का झंडा बहाल नहीं हो जाता। उन्होंने यह भी घोषणा भी की कि वह तब तक चुनाव नहीं लड़ेगी, जब तक कि अनुच्छेद 370 को बहाल नहीं कर दिया जाता।
जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के तिरंगे वाले बयान पर हंगामा मच गया है। महबूबा के इस बयान पर भाजपा आक्रामक है। महबूबा के बयान के विरोध में भाजपा सोमवार को श्रीनगर से कुपवाड़ तक तिरंगा यात्रा निकाल रही है। वहीं, कुपवाड़ा में भाजपा कार्यकर्ता श्रीनगर की मशहूर लाल चौक पहुंचे और तिरंगा फहराने की कोशिश की। दरअसल महबूबा मुफ्ती ने ऐलान किया था कि मैं जम्मू-कश्मीर के अलावा दूसरा कोई झंडा नहीं उठाऊंगी। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि जिस वक्त हमारा ये झंडा वापस आएगा, हम उस (तिरंगा) झंडे को भी उठा लेंगे। मगर जब तक हमारा अपना झंडा, जिसे डाकुओं ने डाके में ले लिया है, तब तक हम किसी और झंडे को हाथ में नहीं उठाएंगे. पूर्व सीएम ने कहा कि वो झंडा हमारे आईन का हिस्सा है, हमारा झंडा तो ये है। उस झंडे से हमारा रिश्ता इस झंडे ने बनाया है। बता दें कि जम्मू-कश्मीर में पीडीपी, नेशनल कॉन्फ्रेंस समेत कई पार्टियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए फिर से अनुच्छेद 370 को दोबारा से लागू करने की मांग की है। इसके लिए सभी पार्टियों ने एक गुपकर समझौता किया है।
भाजपा ने महबूबा के इस बयान को देशद्रोही बताया है। भाजपा ने कहा, धरती की कोई ताकत वह झंडा फिर से नहीं फहरा सकती और अनुच्छेद 370 को वापस नहीं ला सकती। प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष रवींद्र रैना ने कहा, मैं उप राज्यपाल मनोज सिन्हा से अनुरोध करता हूं कि वह महबूबा मुफ्ती के देशद्रोही बयान का संज्ञान लें और उन्हें सलाखों के पीछे डालें।
हालांकि इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने पकड़ लिया और 4 भाजपा कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया। पिछले दिनों महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि जब तक कश्मीर मे दोबारा अनुच्छेद 370 बहाल नहीं हो जाता और उन्हें जम्मू कश्मीर का झंडा वापस नहीं मिल जाता वो तिरंगा नहीं थामेंगी।
इससे पहले रविवार को भाजपा के छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय ध्वज पर विवादित टिप्पणी को लेकर महबूबा मुफ्ती के खिलाफ जम्मू में पीडीपी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। ये प्रदर्शन का दूसरा दिन था. जम्मू में पीडीपी के दफ्तर पर कुछ युवाओं ने तिरंगा फहराया था। इस दौरान महबूबा मुफ्ती के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी हुई थी।