उत्तर प्रदेश की सरधना विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के विधायक संगीत सोम दिलशाद गार्डन स्थित जीटीबी अस्पताल के शवगृह के बाहर शुक्रवार दोपहर धरने पर बैठ गए। धरना अब तक जारी है। एक महिला की मौत के मामले में निष्पक्ष जांच को लेकर संगीत सोम ने शाहदरा के एसडीएम पर गंभीर आरोप लगाए हैं। यूपी के भाजपा विधायक संगीत सोम की मानें तो मायके वालों को बेटी के शव को दिखाया तक नहीं गया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि शाहदरा के एसडीएम ससुराल पक्ष के साथ मिले हुए हैं। परिवार के ब्यान तक दर्ज नहीं कर रहे हैं। एक सप्ताह होने वाला है, लेकिन शव का पोस्टमार्टम नहीं करवाया गया।
दरअसल, 12 अक्टूबर को मूल रूप से सरधना की रहने वाली मेघा जैन नाम की एक विवाहिता की दिल्ली में मौत हो गई। मेगा के स्वजनों का कहना है कि शादी के बाद से ही ससुराल वाले दहेज को लेकर मेघा को प्रताड़ित कर रहे थे, 12 अक्टूबर को ससुराल वालों ने उन्हें फोन करके सूचना दी कि मेघना ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। वह मेघना के घर पहुंचे लेकिन कोई नहीं मिला, इसके बाद वह जीटीबी अस्पताल के शवगृह पहुंचे।
पीड़ित परिवार का आरोप है कि मेघना की हत्या की गई है। उन्हें उनकी बेटी के शव को दिखाया तक नहीं गया है। परिवार को आरोप है कि शाहदरा के एसडीएम ससुराल पक्ष के साथ मिले हुए हैं। परिवार के ब्यान तक दर्ज नहीं कर रहे हैं। एक सप्ताह होने वाला है, लेकिन शव का पोस्टमार्टम तक नहीं करवाया गया। उन्होंने कई जगह मदद की गुहार लगाई, अंत में वह विधायक संगीत सोम के दरबार में पहुंचे।
वहीं, विधायक संगीत सोम का कहना है कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी सरकार की तानाशाही चला रही है, सरकारी अधिकारी आरोपितों के पक्ष में खड़े हैं। पीड़ित परिवार को बेटी का शव तक नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली में न्याय व्यवस्था धवस्त हो चुकी है। उन्होंने कहा जब तक शव का पोस्टमार्टम नहीं होगा और आरोपित की गिरफ्तारी नहीं होगी वह धरने पर परिवार के साथ बैठे रहेंगे।
गौरतलब है कि मेघा की शादी 2014 में शाहदरा के पंचशील गार्डन में रहने वाले रोहित जैन नाम के युवक से हुई थी। मेघना मानसरोवर गार्डन एक केंद्रीय स्कूल में शिक्षिका थी। कुछ दिन पूर्व मेघा की मौत हो गई।