दिल्ली विधानसभा चुनाव में लगातार तीन बार शानदार और ऐतिहासिक जीत हासिल करने वाली आम आदमी पार्टी अब अन्य राज्यों में विस्तार की तैयारी में जुट गई है। इस कड़ी में आम आदमी पार्टी ने एलान किया है कि वह अगले 2 साल के दौरान उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और गुजरात समेत 6 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में अपने उम्मीदवार खड़ा करेगी। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, AAP की राष्ट्रीय परिषद (National Council of AAP) की बैठक में पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने यह फैसला लिया है। बता दें कि AAP पूर्व में गुजरात, गोवा और पंजाब में विधानसभा चुनाव में अपने प्रत्याशी उतार चुकी है। पंजाब में तो AAP के विधायकों की अच्छी-खासी संख्या है। वह वहां पर मुख्य विपक्षी दल भी है। राजनीति के जानकारों की मानें तो अगर इन 6 राज्यों में होने वाली विधानसभा चुनाव में AAP अगर अच्छा प्रदर्शन करती है तो वह राष्ट्रीय पार्टी का दर्ज भी हासिल कर सकती है। विधानसभा सीटों के मामले में और राजनीतिक हैसियत के मामले में उत्तर प्रदेश का चुनाव अहम है, क्योंकि यहां पर 403 विधानसभा सीटें हैं।
इन राज्यों में चुनाव लड़ेगी आम आदमी पार्टी
- उत्तर प्रदेश
- उत्तराखंड
- गुजरात
- हिमाचल प्रदेश
- पंजाब
- गोवा
गौरतलब है कि पिछले दिनों दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पत्रकार वार्ता के दौरान ही घोषणा की थी कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश में फरवरी में होने वाले पंचायत चुनाव में भी लड़ेगी। इतना ही नहीं, चुनाव को गंभीरता से लेते हुए आम आदमी पार्टी ने दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री राजेंद्र पाल गौतम को इन चुनावों का पर्यवेक्षक घोषित किया है।
बता दें कि पिछले दिनों जब दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया लखनऊ में गए थे, तब हंगामा भी हुआ था। दरअसल, मनीष सिसोदिया सरकारी स्कूल देखने जाना चाहते थे, लेकिन यूपी पुलिस ने कानून-व्यवस्था का हवाला देते हुए उन्हें रोक दिया था। इसके बाद दोनों ही पार्टी के नेताओं में जोरदार बयानबाजी हुई थी।