3 कृषि कानूनों को रद करने की मांग को लेकर पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश समेत दर्जनभर राज्यों के किसानों का धरना-प्रदर्शन 12वें दिन में प्रवेश कर गया है। वहीं, सोमवार सुबह कृषि कानूनों के विरोध में धरना प्रदर्शन और जुलूस निकालने की तैयारी में जुटे समाजवादी कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी फ्रीगंज रोड पर कचहरी के बाहर से हुई। इसके बाद जब बस में भरकर सपा कार्यकर्ताओं को ले जाने लगे तो जमकर नारेबाजी हुई।
यूपी-हरियाणा बॉर्डर पर जारी है किसानों का आंदोलन, डीएनडी पर लगा लंबा जाम
नोएडा-दिल्ली यानी चिल्ला बॉर्डर को बंद कर दिया गया है। इसके बाद वाहन चालक डीएनडी के रास्ते दिल्ली जा रहे हैं, इससे डीएनडी पर भीषण जाम लगा है। इसमें एक एंबुलेंस भी फंसी है।
- सोमवार सुबह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया व स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन दिल्ली सरकार की ओर से सिंघु बॉर्डर पर किए गए प्रबंधों का जायजा लेने पहुंचे। उन्होंने गुरु तेग बहादुर मेमोरियल में लंगर भवन व बॉर्डर पर शौचालयों का निरीक्षण किया। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं यहां सेवादार के तौर पर आया हूं।
- बता दें कि किसानों के आंदोलन को आम आदमी पार्टी (आप) लगातार समर्थन दे रही है। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने ट्वीट कर कहा कि किसान सड़कों पर आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन केंद्र सरकार सुनने को तैयार नहीं है। केंद्र सरकार टालमटोल करने के बजाय किसानों की मांगों को पूरा करे। राय ने कहा कि दिल्ली की सीमा पर अन्नदाता सड़कों पर रात गुजार रहे हैं, यह ठीक नहीं है।
- वहीं, दिल्ली पुलिस ने शकरपुर इलाके में एनकाउंटर के बाद 5 आतंकियों को गिरफ्तार किया है। इनमें 2 पंजाब तो 3 जम्मू-कश्मीर के रहने वाले हैं। ये सभी आतंकी संगठन बब्बर खालसा से जुड़े हैं और इनका कनेक्शन पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ से भी है। ये पांचों आतंकी आइएसआइ के इशारों पर वारदात को अंजाम देने की तैयारी में थे।
- दिल्ली से यूपी और हरियाणा बॉर्डर पर हजारों की संख्या में जमा हैं। इसके चलते टीकरी बॉर्डर, सिंघु बॉर्डर के साथ दिल्ली-यूपी के दोनों बॉर्डर (गाजियाबाद और नोएडा) कई दिनों से सील हैं। इस बीच किसानों के आंदोलन के चलते धरना-प्रदर्शन को देखते हुए गौतमबुद्धनगर में धारा-144 लागू कर दी गई है।
- चिल्ला रेगुलेटर बार्डर पर धरने पर बैठे भारतीय किसान यूनियन (भानु ) से जुड़े सदस्यों ने नोएडा-दिल्ली के बीच होने वाली आवश्यक सेवाओं की आपूर्ति को बाधित करने की चेतावनी दी है। धरने पर बैठें किसानों का कहना है केंद्र सरकार उनकी मांगों की लगातार अनदेखी की जा रही है। इसलिए अब उनके पास यही एक मात्र रहा है कि वह दिल्ली-नोएडा के प्रमुख बार्डर से होने वाली आवश्यक सेवा दूध, सब्जी, फल आदि की आपूर्ति को बाधित करके सरकार का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करें।
- इससे पहले मुख्यमंत्री केजरीवाल के निर्देश पर शनिवार आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय प्रवक्ता और विधायक राघव चड्ढा कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों के बीच पहुंचे। इस दौरान उन्होंने सेवादार बनकर किसानों को फल बांटे। राघव चड्ढा ने ट्वीट कर कहा कि रोजाना हम देख रहे हैं कि केंद्र सरकार बैठक कर रही है। किसानों की इतनी सरल मांगें हैं तो प्रतिदिन बैठक करने का क्या मतलब है? उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से केंद्र द्वारा प्रतिदिन बैठक की जा रही है, उससे केंद्र की नीयत पर सवाल खड़ा होता है। उन्होंने कहा कि केंद्र के नेता नीयत साफ रखें और देश के किसानों की बात मानें।
- इस बीच रविवार को सिंघु बॉर्डर पर जमा हजारों किसानों के बीच पहुंचे बॉक्सर बिजेंद्र सिंह ने केंद्र सरकार से तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की। इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो वह अपनी राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड वापस कर देंगे।