महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा के सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने के बावजूद NDA की सरकार बनने की राह आसान नहीं दिखाई दे रही है। शिवसेना अभी भी 50-50 के फॉर्मूले की मांग पर अड़ी है, जबकि भाजपा इसके लिए रजामंद नजर नहीं आ रही। सरकार बनाने की जद्दोजहद के बीच शिवसेना ने भाजपा पर करारा हमला बोला है। शिवसेना नेता संजय राऊत ने कहा है कि महाराष्ट्र में कोई कोई दुष्यंत नहीं हैं, जिनके पिता जेल में हों…
शिवसेना नेता Sanjay Raut ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा, ‘महाराष्ट्र में कोई दुष्यंत (Dushyant) नहीं हैं, जिनके पिता जेल में हों… यहां हम हैं, जो ‘धर्म और सत्य’ की राजनीति करते हैं। शरद जी (Sharad ji) जिन्होंने भाजपा और कांग्रेस के खिलाफ माहौल बनाया है वह कभी भाजपा के साथ नहीं जाएंगे। उद्धव ठाकरे जी (Uddhav Thackeray) ने कहा है कि हमारे पास अन्य विकल्प भी हैं, लेकिन हम उसे स्वीकार नहीं करना चाहते हैं। शिवसेना ने शुरू से ही सच्चाई की सियासत की है। हम सत्ता के भूखे नहीं हैं।’
इस बीच शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि अमित शाह और उद्धव ठाकरे के बीच मुलाकात के दौरान 50-50 फॉर्मूले पर सहमति बन चुकी है। वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनय सहस्त्रबुद्धे ने दावा किया है कि महाराष्ट्र में सरकार देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में ही बनेगी। हालांकि, उन्होंने यह भी संकेत दिया कि दोनों दलों के बीच संतुलन के लिए शिवसेना को उप मुख्यमंत्री का पद सौंपा जा सकता है।
तमाम कवायदों के बीच शिवसेना ने अपने तीखे बयानों के जरिए भाजपा पर दबाव बनाना जारी रखा है। अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में कहा था कि इस साल दिवाली पर पटाखों का धूम-धड़ाका सुनाई नहीं दे रहा है। हर जगह 30 से 40 फीसद बिक्री डाउन है। केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए भाजपा की सहयोगी पार्टी ने कहा था बैंकों का दीवाला निकल रहा है और जनता की जेब के साथ सरकारी तिजोरी भी खाली है। जीएसटी, नोटबंदी से देश की अर्थव्यवस्था खराब है, लेकिन कोई भी कुछ बोल नहीं रहा है। शिवसेना ने शोले फिल्म का डायलॉग दोहराते हुए पूछा था, ‘इतना सन्नाटा क्यूं है भाई…’