MY BHARAT TIMES, चीन से तनाव के बीच सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने आज लद्दाख का दो दिवसीय दौरा शुरू किया। सूत्रों के अनुसार वरिष्ठ फील्ड कमांडर उन्हें वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के जमीनी हालात की जानकारी देंगे। सेना के सूत्र का कहना है कि सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे अपने इस दो दिवसीय दौरे के दौरान सैनिकों की ऑपरेशनल तैयारियों का भी मुआयना करेंगे। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पेगोंग झील के दक्षिणी तट के आस-पास यथास्थिति को बदलने के चीन के हालिया प्रयासों के मद्देनजर क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति की व्यापक समीक्षा करने के मकसद से सेना प्रमुख का यह दौरा हो रहा है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में सैनिकों की तैनाती का निरीक्षण कर रहे सेना के शीर्ष कमांडर जनरल नरवणे को उत्पन्न हुई स्थिति के साथ ही क्षेत्र में मुकाबले की भारत की तैयारी से अवगत कराएंगे। जानकारी के अनुसार पैंगोंग लेक के दक्षिणी हिस्से को चीनी सेना से खाली कराने के बाद अब उत्तरी इलाके में भी चीनी सेना की घेराबंदी शुरू कर दी गई है। सेना के सूत्रों ने कहा कि एलएसी के भारतीय क्षेत्र में ऊँची पहाड़ियों पर सेना की विशेष टुकड़ियों को तैनात किया गया है। जो किसी भी हालात का मुकाबला करने के लिए तैयार हैं। पेगोंग झील इलाके में उस वक्त तनाव बढ़ गया था जब चीन ने झील के दक्षिणी तट में कुछ इलाकों पर कब्जा करने का असफल प्रयास किया जिसके बाद भारत ने संवेदनशील क्षेत्र में अतिरिक्त सैनिक एवं हथियार भेजे। सेना के सूत्रों ने बताया कि चीनी सेना की फिंगर-4 से फिंगर-8 के इलाकों में तैनाती कायम रहने और दक्षिणी हिस्से में घुसपैठ की नाकाम कोशिश के बाद यह सुरक्षात्मक कदम उठाया गया है। पैंगोंग लेक के उत्तरी हिस्सों में ऊंची पहाड़ियों पर भारतीय सैनिकों की तैनाती की गई है। लेकिन भारतीय सैनिक जिस क्षेत्र में है, वह पूरी तरह से भारतीय क्षेत्र है, लेकिन वहाँ से पैंगोंग लेक के उत्तरी इलाके पर भारत को रणनीति बढ़त मिलती है।