कश्मीर में धीरे धीरे पटरी पर लौटती जिंदगी की रफ्तार थामने व लोगों में डर का माहौल पैदा करने के लिए आतंकियों ने अब नई साजिशें रची हैं। वे भीड़ भरे इलाकों में बम धमाके करने और व्यापारिक प्रतिष्ठानों को आग के हवाले करने की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। दरअसल कश्मीर के सुधरते हालात से आतंकी छटपटा गए हैं। वहीं पुलिस मानती है कि बंद की नाफरमानी कर सामान्य जिंदगी शुरूकर रहे लोगों में डर का माहौल पैदा करने के लिए ही आतंकी ऐसा कर रहे हैं।
पुलिस आतंकी समर्थकों को पकड़ने के लिए विशेष अभियान चला रही है।मालूम हो कि अलगाववादियों और आतंकियों ने हताश होकर जबरन बंद लागू कराना शुरूकर दिया। फरमान न मानने पर आतंकी चार बाहरी ट्रक चालकों, दो सेब व्यापारियों, छह बाहरी श्रमिकों के अलावा एक स्थानीय दुकानदार की हत्या भी कर चुके हैं। खुली दुकानों पर जलते पटाखे भी फेंके जाते हैं। लोगों की आवाजाही रोकने के लिए शरारती तत्व पथराव करते हैं।
गत सोमवार को आतंकियों ने श्रीनगर के हरि सिंह हाईस्ट्रीट इलाके में ग्रेनेड हमला किया था। इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। 40 अन्य जख्मी हुए थे। इसके बाद गत मंगलवार को डाउन-टाउन के जडीबल इलाके में पेट्रोल बम फेंका था। इससे पूर्व गत सोमवार व मंगलवार मध्यरात्रि को बटमालू बस स्टैंड में रहस्यमय परिस्थितियों में आग लगने से दो दर्जन दुकानें राख हो गई।
आग लगने के मामलों की जांच होगी
बटमालू बस स्टैंड में आग में क्षतिग्रस्त हुई दुकानों के बाहर खड़े प्रभावित दुकानदार मानते हैं कि आग अचानक नहीं लगी है,यह किसी ने लगाई है, इसलिए इस मामले की जांच होनी चाहिए। मुनीर चिकन नामक एक दुकानदार ने कहा कि हम लोग यहां बीते कुछ दिनों से लगातार दुकानें खोल रहे थे। हमें सुरक्षा का यकीन दिलाया गया था,लेकिन हमारी दुकानें जला दी गई हैं। अब पुलिस कहती है कि आग बिजली के तार में शॉट सर्किट से लगी है, लेकिन यहां कोई यह बात मानने को तैयार नहीं है। अख्तर हुसैन नामक बैंक कर्मी ने कहा कि श्रीनगर में दो दिन में जिस तरह से आतंकी हमले हुए हैं, उससे लोग डरे हुए हैं। मैं खुद बैंक आने से डरता हूं। मंगलवार को नौशहरा में स्टेट बैंक के पास पार्किंग में पेट्रोल बम फेंका था। यह उन लोगों के लिए चेतावनी थी जो आतंकियों के बंद के फरमान पर अमल नहीं कर रहे हैं।
बंद के फरमान का कोई अमल नहीं कर रहा
पुलिस श्रीनगर स्थित पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वादी में हालात सामान्य होने से आतंकी व अलगाववादी तत्व हताश हो चुके हैं। बंद के फरमान पर कोई यहां अमल करता नजर नहीं आता। सुबह शाम दुकानें लगातार खुल रही हैं। सड़कों पर वाहनों की आवाजाही भी सामान्य है। पुलिस व अन्य सुरक्षा एजेंसियों को उनके मंसूबे का पता है,इसलिए इसे नाकाम बनाने के लिए ठोस कार्रवाई की जा रही है। श्रीनगर समेत वादी के विभिन्न इलाकों में सक्रिय शरारती तत्वों, पूर्व आतंकियों और आतंकियों के आवेरग्राउंड वर्करों की लगातार निगरानी की जा रही है।