उत्तराखंड के मशहूर रेडियो जॉकी ‘काव्य ‘ ने दी उत्तराखंडवासियों को पहला ऑनलाइन रेडियो स्टेशन की सौगात, ‘OHO Radio Uttarakhand’ जल्द गूँजेगी ‘मेरे हिल की धड़कन’ की आवाज

MY BHARAT TIMES, DEHRADUN, उत्तराखंड के बागेश्वर जिले से अपनी जिंदगी की शुरुवात करने वाले एक मशहूर रेडियो जॉकी ‘काव्य’ ने प्रदेशवासियों को उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर एक विशेष सौगात दी है। रेडियो से लोगों के अपनी आवाज के जरिये अपनी दिल की बातों से अपनी मातृभूमि की आवाज पहुँचाने वाले रेडियो जॉकी ‘काव्य’ ने लगभग 12 वर्षों तक रेड एफएम के साथ ही अन्य संस्थाओं के साथ मिलकर जनता के बीच अपनी एक विशेष जगह बना ली है। आरजे ‘ काव्य’ ने अपने यूट्यूब चैनल ‘उत्तर का पुत्तर’ के माध्यम से देश-विदेश में रह रहे उत्तराखंडवासियों को उत्तराखंड की संस्कृति, सभ्यता, और यहाँ के सुनहरे जीवन की याद दिलाते हुए उनको अपनी संस्कृति और सभ्यता से जोड़े रखा। उन्होंने प्रदेश की कई प्रतिभाओं को लोगों के सामने आने का एक नया मंच दिया जिसके माध्यम से उन्होंने कई लोगों के जीवन में खुशियाँ भरी। आज देखा जाये तो आरजे ‘काव्य’ किसी की पहचान के मोहताज नहीं हैं, आज के समय में सोशल मीडिया में उनके लगभग तीन लाख से भी ज्यादा फॉलोवर्स हैं, जिनका आरजे ‘काव्य’ को भरपूर प्यार मिलता है। आरजे ‘काव्य’ वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय निर्वाचन आयोग के ब्रांड एम्बेस्डर भी रह चुके हैं।

पिछले लगभग 10 वषों से उन्होंने रेड एफएम में अपना सर्वस्व दिया और रेड एफएम को एक नयी ऊँचाइयों तक पहुँचाया, लेकिन अब उन्होंने उस संस्था को छोड़कर खुद अपने स्तर पर उत्तराखंड के लिए कुछ विशेष करने की ठान ली है। अभी तक पहाड़ों के लोग उनसे पुछा करते थे कि उनकी आवाज पहाड़ों तक कब सुनाई देगी, वह दिन अब नजदीक आ गया है, जल्दी ही पहाड़ के लोगआरजे ‘काव्य’ की आवाज को रेडियो स्टेशन ‘OHO Radio Uttarakhand’ ‘मेरे हिल की धड़कन’ के माध्यम से सुन पायेंगे। पिछले लगभग एक महीने पूर्व जब उन्होंने अपने फेसबुक पेज के माध्यम से बताया था कि वह जल्द ही उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर एक विशेष प्रोग्राम लेकर आयेंगे। इसी बात का सभी इन्तजार भी कर रहे थे और आज उन्होंने अपने उस नए प्रोग्राम के विषय में एलान भी कर दिया है सभी को उस प्रोग्राम के विषय में विस्तार से अपने फेसबुक पेज के माध्यम से बताया। आरजे ‘काव्य’ उत्तराखंड के लिए एक ऐसा नाम है जिसे शहर से लेकर गाँव तक सभी से भरपूर प्यार मिलता है। आरजे काव्य को देवभूमि उत्तराखंड के लोग अपने परिवार का हिस्सा मानते हैं और आरजे काव्य ख़ुद को “उत्तर का पुत्तर” कहते हुए गर्व महसूस करते हैं कि – उनका जन्म इस पावन देवभूमि में हुआ है।

आरजे ‘काव्य’ ने रेडियो के क्षेत्र से पिछले 12 वर्षों से जो भी सीखा उसे लोगों से भलाई में ही लगाया और इस बार भी शहर से लेकर पहाड़ों तक प्रत्येक व्यक्ति की भलाई के बारे में ही सोचकर उन्होंने नए प्रोग्राम का एलान किया है। आरजे काव्य ने अपने रेडियो प्रोग्राम्स, अपनी पहल “एक पहाड़ी ऐसा भी” और अपने सोशल मीडिया के माध्यम से उत्तराखंड की पहचान को संजोने की कोशिश की और निरंतर करते आ रहे हैं। अपने पहाड़ों के लिए कुछ अलग करने का जज़्बा लेकर आज से लगभग 3 साल पहले जब आरजे काव्य उत्तराखंड लौटे, तभी से इनकी कोशिश रही कि रेडियो को लोगों की आवाज़ बनाएंगे। क्योंकि आरजे काव्य हमेशा कहते हैं कि – उत्तराखंड में देहरादून तो दिखता है, पर देहरादून में उत्तराखंड नहीं दिखता है। इसी ख़ालीपन को पूरा करने के लिए आरजे काव्य ने आज अपने नए रेडियो स्टेशन ओहो रेडियो, उत्तराखंड, मेरे हिल की धड़कन, का एलान कर दिया है जो जल्द ही शुरू हो जायेगा। ‘ओहो रेडियो’ उत्तराखंड का पहला ऑनलाइन रेडियो स्टेशन होगा, जो मोबाइल एप्प ज़रिए उत्तराखंड के साथ ही पूरे देश में जहाँ पर भी लोग इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं वहाँ तक पहुँचेगा।

इस रेडियो स्टेशन के माध्यम से “सोच लोकल, अप्रोच ग्लोबल” का विज़न लिए संगीत, शिक्षा, साहित्य, स्पोर्ट्स, करियर, पलायन, समाज और उत्तराखंड की हर बात को देश-विदेशों में भी लोगों तक पहुँचाने का काम किया जायेगा। आरजे ‘काव्य’ ने फेसबुक पेज के माध्यम से बताया कि बहुत जल्द ही वह दोबारा अपने पेज पर ऑनलाइन आएंगे और बताएँगे कि कब से आप ‘OHO Radio Uttarakhand’ ‘मेरे हिल की धड़कन’ को सुन पाएंगे। साथ ही उन्होंने अपील की है कि ज्यादा से ज्यादा लोग फेसबुक और इंस्टाग्राम में ‘OHO Radio Uttarakhand’ ‘मेरे हिल की धड़कन’ रेडियो स्टेशन को फॉलो करें और वही पर आपको सभी प्रकार की जानकारियाँ मि जायेंगे। उन्होंने इस दौरान बताया कि जल्दी ही हम इसकी शुरुवात करेंगे, अभी तक उनके ऑफिस का लगभग 80 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चूका है और बाकि कार्य भी जल्दी ही पूर्ण हो जायेगा और आप लोगों में से कई लोग उनके साथ मिलकर काम भी कर सकते हैं, जिसके विषय में वह खुद कुछ समय के बाद जानकारी देंगे कि किस प्रकार से आप लोग उनके साथ काम कर सकते हैं।

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