हरिद्वार में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। अनलॉक के पहले चरण में 30 जून तक हरिद्वार कोरोना संक्रमितों की संख्या के मामले में मैदानी जिलों में तीसरे स्थान पर था। तब दून पहले स्थान पर था। इसके बाद अनलॉक के दूसरे व तीसरे चरण में यहां तेजी से नए मामले सामने आए। रविवार को हरिद्वार ने इस मामले में दून को भी पीछे छोड़ दिया।
हरिद्वार के लिए चुनौती इसलिए भी अधिक है, क्योंकि यहां सक्रिय मामले बढ़ने की दर भी प्रदेश में सर्वाधिक है। 30 जून के मुकाबले नौ अगस्त को हरिद्वार में कुल संक्रमण दर जहां 574 फीसद ज्यादा मिली, वहीं एक्टिव केस में यह दर रिकॉर्ड 1178 फीसद अधिक पाई गई। दून की स्थिति देखें तो यहां अधिकांश समय कोरोना के कुल मामले सबसे अधिक रहे हैं। हालांकि, इसके मुकाबले चिंता इसलिए कम है, क्योंकि एक्टिव केस सबसे कम हैं। यानी यहां का रिकवरी रेट अन्य जिलों से ज्यादा है। 30 जून के मुकाबले दून में रविवार तक एक्टिव केस सबसे कम 239 फीसद की दर से बढ़े हैं।
चंडीगढ़ में क्वारंटाइन शख्स रुड़की में अपने घर पर मिला
चंडीगढ़ स्थित धर्मशाला में क्वारंटाइन एक कोरोना संक्रमित शख्स भागकर रुड़की अपने घर आ पहुंचा। तलाश में रुड़की आई चंडीगढ़ की पुलिस ने उसे होम क्वारंटाइन करा दिया। उसके खिलाफ चंडीगढ़ में पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है।
रुड़की कोतवाली के वरिष्ठ उप निरीक्षक प्रदीप कुमार ने बताया कि मच्छी मोहल्ला निवासी एक महिला का चंडीगढ़ के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। 10 दिन पहले महिला का पति उसे डॉक्टर को दिखाने के लिए चंडीगढ़ गया था। वहां उन दोनों की कोरोना जांच की गई, जो पॉजिटिव आई। इस पर स्वास्थ्य विभाग ने दंपती को सेक्टर 22 स्थित एक धर्मशाला में क्वारंटाइन कर दिया।
शनिवार सुबह महिला का पति रुड़की चला आया। पत्नी को उसने धर्मशाला में बने क्वारंटाइन सेंटर में ही रहने दिया। दोपहर निगरानी टीम क्वारंटाइन सेंटर पहुंची तो पति के गायब होने का पता चला। मोबाइल पर संपर्क करने पर उसकी रुड़की में मौजूदगी का पता चला। इस पर रविवार को चंडीगढ़ पुलिस रुड़की पहुंची। स्थानीय थाने की पुलिस को साथ लेकर टीम संक्रमित व्यक्ति के घर पहुंची और उसे होम क्वारंटाइन करवाया।