चीन को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अंदर नाटकीय बदलाव आया है। चीन को हर मंच पर आक्रामक कहने वाले ट्रंप ने कहा कि भारत-चीन के लोगों की भलाई और शांति बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहते हैं। उनका यह बयान ऐसे समय आया है जब पिछले कई हफ्तों से ट्रंप प्रशासन चीन के खिलाफ भारत के समर्थन में सामने आया है। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव कायले मैकनी ने गुरुवार को एक संवाददाता सम्मेलन एक सवाल के जवाब में कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि मैं भारत के लोगों से प्यार करता हूं और मैं चीन के लोगों से भी प्यार करता हूं। ट्रंप ने कहा कि मैं भारत और चीन के अमन के लिए कुछ भी करने को तैयार हूं।
राष्ट्रपति ट्रंप के बदले-बदले सुर
पिछले कई हफ्तों से ट्रंप प्रशासन चीन के खिलाफ भारत के समर्थन में सामने आया है। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव कायले मैकनी ने गुरुवार को एक संवाददाता सम्मेलन एक सवाल के जवाब में कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि मैं भारत के लोगों से प्यार करता हूं और मैं चीन के लोगों से भी प्यार करता हूं। ट्रंप ने कहा कि मैं भारत और चीन के अमन के लिए कुछ भी करने को तैयार हूं। उनका यह बयान ऐसे समय सामने आया है, जब पूर्वी लद्दाख मामले भारत-चीन के बीच तल्ख रिश्ते हैं। इसके बाद अमेरिका चीन की आक्रामकता पर लगातार हमला बोला है। यहां तक की अमेरिका ने कहा कि युद्ध के हालात में वह चीन के खिलाफ और भारत के साथ खड़ा है।
अमेरिका ने भारत के साथ कई बार दोस्ती का दिया संदेश
इस बयान के एक दिन पूर्व व्हाइट हाउस के आर्थिक सलाहकार लैरी कुडलो ने भारत को एक महान सहयोगी के रूप में वर्णित किया था। उन्होंने कहा था कि राष्ट्रपति ट्रंप प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के एकअच्छे मित्र हैं। बुधवार को राज्य के सचिव माइक पोम्पिओ ने भारत-अमेरिका का एक बड़ा साझेदार कहा था। उन्होंने कहा कि भारत एक महान भागीदार रहा है…वे हमारे एक महत्वपूर्ण भागीदार हैं। मेरा अपना भारत के समकक्ष के साथ प्रगाढ़ रिश्ता है। पोम्पिओ ने कहा कि हाल में हम दोनों ने कई मुद्दों पर एक दूसरे से विस्तृत चर्चा की है। हम लोगों ने पूर्वी लद्दाख में हुए चीन सैन्य संघर्ष पर विस्तृत चर्चा की है।