माई भारत टाईम्स। जीवन में प्रकाश को हमेशा शुभ माना गया है। अंधकार को चीरता हुआ प्रकाश जब प्रकट होता है तो सारे दुःख दूर हो जाते हैं। इस समय भारत के साथ-साथ समस्त विश्व में एक वैश्विक संकट की काली छाया मंडरा रही है, जिसे हम प्रकाश पर्व के माध्यम से एकजुट होकर दूर करने का प्रयास कर सकते हैं। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने सभी 130 करोड़ देशवासियों से आह्वाहन किया है कि आज 05 अपै्रल, रात्रि 9 बजे 9 मिनट तक कोरोना के इस वैश्विक संकट काल में हम एकमत, एकजुट होकर अपने घरों की लाईटें बंद कर घर में ही रहकर दीपक प्रकाशित करें। इस दौरान न तो घरों से बाहर निकले और न ही कहीं पर इकट्ठे हों, सामाजिक दूरी का भी विशेष ध्यान रखें। कोरोना के इस संकट को हम सब मिलकर ही दूर कर सकते हैं। हम सब एक साथ मिलकर आईये आज धरती पर आये इस संकट को प्रकाश पर्व के माध्यम से दूर करने का प्रयास करते हैं। प्रकाश पर्व हम सबके जीवन में खुशी ही लाता है, अंधकार जीवन को अंधेरे की ओर ले जाता है, और जब घर में मोमबत्ती और दिये जलाकर प्रकाश पर्व मनाया जाता है तो इससे घर भी जगमगाने लगता है, जिससे हमारी तरफ आ रहा संकट भी दूर रहता है। जब भगवान राम ने रावण पर विजय पायी और वह वापस अयोध्या लौटे थे तो पूरी अयोध्या में घी के दिये जलाये गये थे जिससे सारी अयोध्या प्रकाशवान हो गयी थी, क्योंकि भगवान राम ने अंधेरे पर अर्थात रावण और चैदह वर्ष का वनवास पर विजय पायी थी। इसी तरह समस्त संसार में आये इस कोरोना रूपी अंधकार को दूर करने के लिये आईये आज रात को 9 बजे 9 मिनट के लिये समस्त भारतवासी अपने घरों की बिजली बंद करके घरों में मोमबत्ती, घी या तेल के दीपक, मोबाईल की फ्लैशलाईट जलाकर रोशनी करें और प्रधानमंत्री द्वारा किये गये आहवाह्न को सफल बनायें।