प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महत्वाकांक्षी परियोजना नमामि गंगे के तहत उत्तराखंड में बने छह मेगा प्रोजेक्ट का वर्चुअल लोकार्पण किया। इस दौरान पीएम ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष ट्रैक्टर जलाकर किसानों को अपमानित कर रहे हैं। आज देश देख रहा है कि कैसे कुछ लोग सिर्फ विरोध के लिए विरोध कर रहे हैं। आज जब केंद्र सरकार, किसानों को उनके अधिकार दे रही है, तो भी ये लोग विरोध पर उतर आए हैं। ये लोग चाहते हैं कि देश का किसान खुले बाजार में अपनी उपज नहीं बेच पाए।
पानी की एक-एक बूंद को बचाना है आवश्यक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि चारधाम की पवित्रता को अपने समेटे देवभूमि उत्तराखंड को मेरा आदरपूर्वक नमन। आज मोक्षदायनी गंगा को निर्मल करने वाले छह बड़े प्रोजेक्ट का लोकापर्ण किया गया है। हर घर तक शुद्ध जल पहुंचाने का बहुत बड़ा अभियान है। पानी की एक-एक बूंद को बचाना आवश्यक है। यह मिशन गांव के लोगों और ग्राम पंचायत के लोगों के लिए भी उतना ही ज़रूरी है, जितना की अधिकारियों के लिए। उत्तराखंड में उद्गम से लेकर पश्चिम बंगाल में गंगा सागर तक गंगा देश की आधी आबादी का पालन करती है, इसलिए गंगा की स्वच्छता निर्मलता आवश्यक है।
हम नई सोच और नई अप्रोच के साथ आगे बढ़े
पीएम ने कहा कि पूर्व में कई बड़े-बड़े अभियान चलाए, मगर गंगा का जल न स्वच्छ हो पाया और न निर्मल। अगर पुराने तौर-तरीके अपनाए जाते, तो आज भी हालत उतनी ही बुरी रहती। लेकिन हम नई सोच, नई अप्रोच के साथ आगे बढ़े। हमने नमामि गंगे मिशन को सिर्फ गंगा जी की साफ-सफाई तक ही सीमित नहीं रखा, बल्कि इसे देश का सबसे बड़ा और विस्तृत नदी संरक्षण कार्यक्रम बनाया। सरकार ने चारों दिशाओं में एक साथ काम आगे बढ़ाया। पहला- गंगा जल में गंदा पानी गिरने से रोकने के लिए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांटों का जाल बिछाना शुरू किया। दूसरा- सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट ऐसे बनाए, जो अगले 10-15 साल की भी जरूरतें पूरी कर सकें। तीसरा- गंगा नदी के किनारे बसे सौ बड़े शहरों और पांच हजार गांवों को खुले में शौच से मुक्त करना और चौथा- जो गंगा जी की सहायक नदियां हैं, उनमें भी प्रदूषण रोकने के लिए पूरी ताकत लगाना।
गंगा म्यूजियम के बनने से हरिद्वार का आकर्षण और अधिक बढ़ेगा
पीएम ने कहा कि प्रयागराज कुंभ में गंगा जी की निर्मलता को दुनियाभर के श्रद्धालुओं ने अनुभव किया था। अब हरिद्वार कुंभ के दौरान भी पूरी दुनिया को निर्मल गंगा स्नान का अनुभव होने वाला है। अब गंगा म्यूजियम के बनने से यहां का आकर्षण और अधिक बढ़ जाएगा। ये म्यूजियम हरिद्वार आने वाले पर्यटकों के लिए, गंगा से जुड़ी विरासत को समझने का एक माध्यम बनने वाला है।
आज पैसा पानी में नहीं बहता, पानी पर लगाया जाता है
आज पैसा पानी में नहीं बहता, पानी पर लगाया जाता है। हमारे यहां तो हालत ये थी कि पानी जैसा महत्वपूर्ण विषय, अनेकों मंत्रालयों और विभागों में बंटा हुआ था। इन मंत्रालयों में, विभागों में न कोई तालमेल था और न ही समान लक्ष्य के लिए काम करने का कोई स्पष्ट दिशा-निर्देश। पानी से जुड़ी चुनौतियों के साथ अब ये मंत्रालय देश के हर घर तक जल पहुंचाने के मिशन में जुटा हुआ है। आज जल जीवन मिशन के तहत हर दिन करीब 1 लाख परिवारों को शुद्ध पेयजल की सुविधा से जोड़ा जा रहा है। सिर्फ एक साल में ही देश के 2 करोड़ परिवारों तक पीने का पानी पहुंचाया जा चुका है। नतीजा ये हुआ कि देश में सिंचाई हो या फिर पीने के पानी से जुड़ी समस्या, ये निरंतर विकराल होती गईं। आप सोचिए, आजादी के इतने वर्षों बाद भी 15 करोड़ से ज्यादा घरों में पाइप से पीने का पानी नहीं पहुंचता था।
कुछ लोग सिर्फ विरोध के लिए विरोध कर रहे
देश की किसानों, श्रमिकों और देश के स्वास्थ्य से जुड़े बड़े सुधार किए गए हैं। इन सुधारों से देश का श्रमिक सशक्त होगा, देश का नौजवान सशक्त होगा, देश की महिलाएं सशक्त होंगी, देश का किसान सशक्त होगा। लेकिन आज देश देख रहा है कि कैसे कुछ लोग सिर्फ विरोध के लिए विरोध कर रहे हैं। आज जब केंद्र सरकार, किसानों को उनके अधिकार दे रही है, तो भी ये लोग विरोध पर उतर आए हैं। ये लोग चाहते हैं कि देश का किसान खुले बाजार में अपनी उपज नहीं बेच पाए। जिन सामानों की, उपकरणों की किसान पूजा करता है, उन्हें आग लगाकर ये लोग अब किसानों को अपमानित कर रहे हैं।
जनधन बैंक खातों ने लोगों की मदद की
पीएम मोदी ने कहा कि चार साल पहले का यही तो वो समय था, जब देश के जांबांजों ने सर्जिकल स्ट्राइक करते हुए आतंक के अड्डों को तबाह कर दिया था। लेकिन ये लोग अपने जांबाजों से ही सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांग रहे थे। सर्जिकल स्ट्राइक का भी विरोध करके, ये लोग देश के सामने अपनी मंशा, साफ कर चुके हैं। इस कालखंड में देश ने देखा है कि कैसे डिजिटल भारत अभियान ने, जनधन बैंक खातों ने लोगों की कितनी मदद की है। जब यही काम हमारी सरकार ने शुरू किए थे, तो ये लोग इनका विरोध कर रहे थे। देश के गरीब का बैंक खाता खुल जाए, वो भी डिजिटल लेन-देन करे, इसका इन लोगों ने हमेशा विरोध किया।
पीएम ने कहा भारत की पहल पर जब पूरी दुनिया अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मना रही थी, तो ये भारत में ही बैठे ये लोग उसका विरोध कर रहे थे। जब सरदार पटेल की सबसे ऊंची प्रतिमा का अनावरण हो रहा था, तब भी ये लोग इसका विरोध कर रहे थे। आज तक इनका कोई बड़ा नेता स्टैच्यू ऑफ यूनिटी नहीं गया है। पिछले महीने ही अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए भूमिपूजन किया गया है। ये लोग पहले सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर का विरोध कर रहे थे फिर भूमिपूजन का विरोध करने लगे। हर बदलती हुई तारीख के साथ विरोध के लिए विरोध करने वाले ये लोग अप्रासंगिक होते जा रहे हैं।
पीएम ने अंत में कहा- एक बार फिर आप सभी को विकास के सभी प्रोजेक्ट के लिए मेरी तरफ से बहुत-बहुत बधाई देता हूं। फिर से मैं यही आग्रह करूंगा, आप अपना ध्यान रखिए। स्वस्थ रहिए। बाबा केदार की कृपा हम सभी पर बनी रहे।
इससे पहले जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने अपनी बात रखी। इसके बाद नमामि गंगे की ओर से तैयार की गई शॉर्ट फिल्म दिखाई गई। इसके पश्चात मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ऑनलाइन कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि गंगा सफाई की मेहनत रंग लाई है। इस प्रयास के बाद महाशीर गंगा में दिखाई देने लगी है ।
जागरण ने चलाई थी गंगा को लेकर मुहिम
‘दैनिक जागरण’ ने अपने सामाजिक सरोकारों के तहत गंगा की स्वच्छता को लेकर पूर्व में समाचारीय अभियान चलाया था। इसके तहत नागरिकों को जागरूक करने के साथ ही गंगा की स्वच्छता के लिए जिम्मेदार एजेंसियों को सतर्क किया गया। गंगा के महत्व से परिचित कराते हुए इसके प्रति आमजन को उसकी जिम्मेदारी का अहसास ‘दैनिक जागरण’ ने अपने इस अभियान के जरिये कराया। साथ ही नमामि गंगे के सुस्त पड़े कार्यों को लेकर व्यवस्था को नींद से जगाने की अपनी सामाजिक जिम्मेदारी भी शिद्दत के साथ निभाई।