राखी का त्योहार इस साल कोरोना के बीच मनाया जाएगा। कोरोना के चलते राखी के लिए इस साल बाजार ऑनलाइन सजा है। दुकानदारों ने वाट्सएप समेत दूसरी सोशल साइट्स की मदद से ऑनलाइन सामान की बुकिंग लेना शुरू किया है। ऑर्डर के एक से दो घंटे के भीतर घर पर ही राखी की डिलीवरी भी दी जा रही है।
आमतौर पर राखी से पहले बाजार में भारी भीड़ देखने को मिलती है। बहनें भाई के लिए राखी, नए कपड़े आदि खरीदती हैं। साथ ही राखी पर पूजा के लिए रोली-चंदन, मिठाई आदि की खरीदारी भी होती है। लेकिन इस साल कोरोना के चलते इसमें भारी गिरावट देखने को मिली है। लोग बाजार में बिना वजह निकलना पसंद नहीं कर रहे।
ऐसे में राखी विक्रेताओं ने लोकल ऑनलाइन बाजार तैयार किया है। दुकानदार अपने फेसबुक पेज, वाट्सएप ग्रुप आदि के माध्यम से उपभोक्ताओं के ऑर्डर ले रहे हैं। दुकानदारों की कोशिश है कि ऑर्डर होने के दो से तीन घंटों के भीतर उपभोक्ताओं को उनका सामान मिल जाए। जीएमएस रोड स्थित फर्नस एन पेटल्स के अश्वनी रावत ने बताया कि ऑनलाइन बाजार पर कई लोग रुझान दिखा रहे हैं। उपभोक्ताओं को राखी के साथ मिठाई, रोली आदि ऑर्डर करने का विकल्प भी दिया जा रहा है।
सरहद पर तैनात भाइयों को भेजें प्यार..
कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस बार दैनिक जागरण परिवार ‘भारत रक्षा पर्व’ का आयोजन नहीं कर रहा है। हालांकि, देश की रक्षा करने वाले भाइयों के लिए बहनें अपने संदेश हमारे माध्यम से भेज सकती हैं। ये संदेश हमें ई-मेल या वाट्सएप के माध्यम से भेजें..
- वाट्सएप नंबर: 7060557170
- ई-मेल: ayush.sharma@drn.jagran.com
बोली बहनें
- वंदना सेमवाल (क्लेमेनटाउन) का कहना है कि साल भर राखी के त्योहार का इंतजार करती हूं कि भाई को राखी पहना सकूं। लेकिन भाई आर्मी में है तो हर साल मिलना संभव नहीं होता। ऐसे में पोस्ट के माध्यम से ही राखी भेजती हूं। इस साल राखी भेजने में कोरोना का डर लगा रहा। इसीलिए मैंने ऑनलाइन शॉपिंग कर उसी के पते पर सीधा पोस्ट कर दी।
- ज्योति (नेहरू कॉलोनी) का कहना है कि भाई की कलाई पर रक्षासूत्र बांधने का सुखद अनुभव हर बहन के लिए खास होता है। यह अनुभव तब और खास हो जाता है जब आपका भाई पूरी देश की रक्षा के लिए सरहद पर खड़ा हो। लंबे समय से भाई की ड्यूटी दूर होने के चलते राखी नहीं बांधी सकी हूं। इस बार कोरोना के चलते भाई को छुट्टी मिलना और मुश्किल हो गया। ऐसे में मैंने कुरियर से ही राखी भेज दी है।