बिहार में 7वीं बार संभाली नितीश कुमार ने मुख्यमंत्री की कमान, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ ही तमाम वरिष्ठ नेता रहे समारोह में मौजूद

MY BHARAT TIMES, बिहार विधानसभा के चुनाव संपन्न होने के साथ ही दस नवंबर को परिणाम भी आ गए है, जिसमें एनडीए ने बहुमत हासिल किया। आज सोमवार को एक बार फिर से बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में नितीश कुमार ने 7वीं बार शपथ ली है। नितीश कुमार के साथ ही दो उप मुख्यमंत्रियों ने भी शपथ ली। इस दौरान बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, बिहार चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडणवीस समेत तमाम वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।

दरअसल बिहार में बीजेपी ने जेडीयू, हम और वीआईपी पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था, जिसमें बीजेपी की सीटें जेडीयू से ज्यादा आईं। इसके बावजूद बीजेपी हाईकमान ने अपना वादा पूरा करते हुए मुख्यमंत्री पद के लिए नितीश कुमार के नाम पर मुहर लगा दी, क्योंकि चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में नितीश कुमार को ही बैठाने की बात कही थी। जिसके बाद आज पटना स्थित राजभवन में राज्यपाल फागू चौहान ने नितीश कुमार को मुख्यमंत्री की शपथ दिलाई। एनडीए में शामिल सहयोगी दलों की तरफ से 14 मंत्रियों ने भी पद की शपथ ली है। अब बिहार में प्रोटेम स्पीकर मनोनीत किया जाना है, 23 नवंबर को बिहार की नई विधानसभा का पहला सत्र होगा। नितीश कुमार कल मंगलवार को कैबिनेट की पहली बैठक करेंगे। इस दौरान सबसे पहले प्रोटेम स्पीकरमनोनीत किया जाएगा जो नए विधायकों को शपथ दिलायेंगे। इसके बाद बिहार विधानसभा के स्पीकर का चुनाव होगा। विधानसभा स्पीकर के चुनाव का फैसला काफी अहम है, इसके पीछे वजह यह है कि एनडीए के पास कुल 125 विधायक हैं जो सरकार बनाने के आंकड़े से महज तीन ही ज्यादा हैं। ऐसे में सूबे में सरकार की स्थिरता के लिए बीजेपी अपने किसी खास नेता को ही यह पद सौंपना चाहेगी।

नितीश कुमार के साथ ही बीजेपी के तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी को भी राज्यपाल ने उप मुख्यमंत्री के पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। नितीश कुमार ने 7वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की कमान संभाली है। नितीश कुमार पहली बार 3 मार्च 2000 को बिहार के मुख्यमंत्री बने थे, हालांकि वो बाद में बहुमत नहीं साबित कर पाए और 7 दिन बाद सरकार गिर गई। इसके बाद 2005 में वो बिहार के मुख्यमंत्री बने, इस बार उन्होंने कार्यकाल पूरा किया। बाद में 26 नवंबर 2010 को तीसरी बार उन्होंने शपथ ली और 20 मई 2014 तक सीएम रहे। फिर जीतन राम मांझी को सत्ता सौंप दी। इसके बाद 22 फरवरी 2015 को ,नितीश कुमार फिर मुख्यमंत्री बने। यानी 2010-15 के बीच पहले नितीश कुमार ने, फिर जीतन राम मांझी और फिर नितीश कुमार ने शपथ ली। बाद में 2015 में चुनाव हुए और नीतीश पाँचवी बार मुख्यमंत्री बने। बाद में वो महागठबंधन का साथ छोड़कर फिर से एनडीए में आ गए और छठीं बार मुख्यमंत्री बने।

नितीश कुमार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने बधाई देते हुए बिहार के विकास के लिए केंद्र से हरसंभव मदद देने का आश्वासन दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि राजग परिवार बिहार की प्रगति के लिए मिलकर काम करेगा। इस बार नितीश कैबिनेट का स्वरुप बदला हुवा नजर आ रहा है, इसमें भाजपा से सात मंत्रियों ने शपथ ली है और भाजपा के ही दो उप मुख्यमंत्री भी बनाये गए हैं। इसके अलावा जदयू से पाँच मंत्रियों और ‘हम’ पार्टी तथा वीआईपी पार्टी के एक-एक मंत्रियों ने शपथ ली।

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