माई भारत टाईम्स, हरिद्वार। पूरे देश में इस समय संपूर्ण लाॅकडाउन चल रहा है, सभी की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुये यह कदम भारत सरकार ने उठाया है और इस कदम का हम सभी को पालन करना होगा। उत्तराखण्ड में भी पुलिस व प्रशासन पूरी तरह से लाॅकडाउन को सफल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। ऐसे में हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने बताया कि हरकी पैड़ी सहित समस्त गंगा घाटों पर लाॅकडाउन की अवधि तक अस्थि विसर्जन पर रोक लगा दी गई है। श्रीगंगा सभा ने भी इस निर्णय का समर्थन करते हुये सभी से अपील की है कि लोग जब तक लाॅकडाउन चलता है तब तक तीर्थयात्रा या कर्मकांड के लिये हरिद्वार न आयें। श्रीगंगा सभा के अध्यक्ष प्रवीण झा और महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने हरिद्वार जिले में अस्थि विसर्जन पर रोक के निर्ण का समर्थन किया है। उन्होंने श्रीगंगा सभा के सदस्यो व कर्मियों सहित सभी तीर्थ पुरोहितों से आहवान किया कि पुलिस व प्रशासन द्वारा दी जाने वाली व्यवस्थाओं का पालन करें। 22 मार्च को जनता कफ्र्यू के बाद उत्तराखण्ड में लाॅकडाउन कर दिया गया था, लेकिन कुछ लोग उसके बाद भी घाटों पर कर्मकांड़ के लिये आते रहे। एसएसपी के अनुसार इनमें दूसरे राज्यों के ऐसे लोग भी शामिल हैं, जिनके पास अनुमति पत्र भी हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना के संक्रमण पर रोक के लिये यह निर्णय लेना अति आवश्यक हो गया था, इसलिये गंगा के सभी घाटों पर अस्थि विसर्जन पर रोक लगाने का निर्णय लिया गया और यह निर्णय हरिद्वार के लोगों पर भी लागू होगा। हालांकि अंतिम संस्कार के लिये दी गयी व्यवस्था जारी रहेगी और उसमें भी दस से ज्यादा लोग नहीं आ सकते हैं और उन्हें शारीरिक दूरी के मानकों का पूर्ण रूप से पालन करना होगा।