MY BHARAT TIMES, सोमवार, 2 नवम्बर 2020, चम्पावत (सू०वि०), नगर के समीप लोहावती नदी को बांध कर बनाई जा रही बहुददे्शीय कोलीढ़ेक झील के लिए राज्य सरकार द्वारा पाँच करोड़ रूपये और अवमुक्त कर दिए हैं, जबकि 9.85 करोड़ रूपये पहले ही अवमुक्त हो चुके हैं। सिंचाई विभाग द्वारा आगामी जून माह तक झील के निर्माण कार्य को पूरा करने का लक्ष्य तय किया है। झील का पुनरीक्षित आगणन 30.45 करोड़ रूपया हो चुका है। इसमें आठ करोड़ रूपये मुआवजे के रूप में तथा डे़ढ़ करोड़ रूपये वन विभाग को दिए जायेंगे। सिंचाई खण्ड के अधिशासी अभियंता सुरेश चन्द्र के अनुसार झील का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। उन्होने बताया कि सैलानीगोठ में 24 करोड़ एवं खेतखेड़ा में 22 करोड़ रूपये लागत से शारदा नदी के दाहिनी ओर बाढ़ नियंत्रण के कार्य प्रस्तावित किए गए हैं, जिन्हें गंगा फ्लड कंट्रोल कमीशन जेएफसीसी पटना से स्वीकृति मिलने के बाद यह प्रस्ताव नीति आयोग में भेजा गया है।
अधिशासी अभियंता के अनुसार लधियाघाटी में 3.65 करोड़ रूपये तथा बौतड़ी में 1.95 करोड़ रूपये लागत से लधिया नदी एवं सरयू नदी में बाढ़ सुरक्षा के कार्य किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार गौड़ी नदी के पुर्नउद्धार के लिए पौने पाँच करोड़ रूपये व्यय किए जायेंगे। उन्होने बताया कि पलायन एवं जल श्रोत सूखने के कारण सिंचाई खण्ड़ की लगभग चालीस फ़ीसदी सिंचाई नहरें बन्द हो चुकी हैं । शेष नहरे चालू हालत में हैं, जिससे किसान सिंचाई कर उत्पादन में इजाफा ला रहे है।