MY BHARAT TIMES, DEHRADUN. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आज मंगलवार को ऋषिकेश-धरासू रोड़ पर व्यस्त चंबा कस्बे के नीचे 440 मीटर लंबी सुरंग बनाने के लिए सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की तारीफ की और इसे महामारी के दौरान राष्ट्र-निर्माण की दिशा में एक ‘असाधारण उपलब्धि’ करार दिया। बीआरओ ने राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 94 पर ऋषिकेश-धरासू रोड पर चंबा शहर के नीचे 440 मीटर लंबी सुरंग तैयार की है, इस टनल का आज केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से उद्घाटन किया। इस टनल की मदद से सभी मौसम में चारधाम – गंगोत्री, केदारनाथ, यमुनोत्री और बद्रीनाथ – तक पहुँचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि चंबा सुरंग के निर्माण में नवीनतम ऑस्ट्रेलियाई प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया गया है। उन्होंने कहा कि निर्धारित तिथि से तीन महीने पहले ही अक्टूबर 2020 में सुरंग से यातायात शुरू हो जाएगा। परियोजना के इस हिस्से के तहत 88 करोड़ रुपये की लागत से छह किलोमीटर सड़क और 440 मीटर लंबी सुरंग बनाई जा रही है। बीआरओ ने जनवरी 2019 में सुरंग के उत्तरी छोर पर काम शुरू किया था। बीआरओ लगभग 12,000 करोड़ रुपये की लागत वाली 900 किलोमीटर लंबी चारधाम परियोजना के तहत गंगोत्री और बद्रीनाथ के पवित्र मंदिरों की ओर जाने वाले 250 किलोमीटर लंबे राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण कर रहा है। उन्होंने कहा कि चारधाम परियोजना से उत्तराखंड में दुनिया भर के सैलानियों की सालभर चहलकदमी बनी रहेगी, जिससे राज्य वासियों के लिए रोजगार के नए द्वार खुलेंगे। नितिन गडकरी ने कहा कि ऑल वेदर रोड परियोजना का काम जल्द पूरा होने के बाद चारधाम यात्रा सुगम हो सकेगी। केंद्रीय मंत्री ने बीआरओ को निर्माण कार्य तय तिथि तक पूरा करने के भी निर्देश दिए।
ऋषिकेश-धरासू हाइवे पर चंबा कस्बे में 440 मीटर लंबी टनल तैयार होने पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का आभार व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने बॉर्डर रोड़ आर्गेनाईजेशन के अधिकारियों, इंजीनियरों और कर्मचारियों को भी बधाई इी है जिनकी कुशलता और अथक प्रयासों से यह सुरंग तैयार हुई है। उन्होंने कहा कि इससे न केवल चम्बा कस्बे में जाम से मुक्ति मिलेगी, बल्कि गंगोत्री और यमुनोत्री का सफर भी आसान होगा। इससे क्षेत्र क लोगों को बड़ी राहत मिलेगी और वहाँ आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि होगी। कोविड-19 जैसी महामारी के समय हमारे बीआरओ के अधिकारियों, इंजीनियरों और कर्मचारियों ने इस टनल के निर्माण से देश के विकास में बड़ा योगदान दिया है। यह भी आत्मनिर्भर भारत का ही एक रूप है।
‘‘मैं इस वैश्विक महामारी के बीच राष्ट्र निर्माण में अपने असाधारण योगदान के लिए पूरी बीआरओ टीम को बधाई देता हूँ। केदारनाथ में तबाही आने के बाद से ही हम चारधाम के लिए सभी मौसम में संपर्क स्थापित करने को लेकर प्रतिबद्ध थे और इस दिशा में यह एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है’’—नितिन गडकरी