MY BHARAT TIMES, 27 जुलाई 2021, पिथौरागढ़ (सू.वि.)। 26 जुलाई सोमवार को कारगिल दिवस को शौर्य दिवस के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर कारगिल शहीदों को याद करते हुए श्रंद्धांजलि देने के साथ ही जिले के कारगिल शहीदों की वीर नारियों व परिजनों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर जिला मुख्यालय में चंडाक रोड स्थित शहीद स्मारक स्थल पर वीर शहीदों को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी गई साथ ही कारगिल शहीदों के चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर कारगिल शहीद की वीर नारियों व परिजनों को भी सम्मानित किया गया तथा पुलिस टुकड़ी द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। एनसीसी छात्र-छात्राओं द्वारा भी कार्यक्रम में प्रतिभाग किया गया। इस अवसर पर शिक्षा विभाग एवं नेहरू युवा केन्द्र द्वारा पूर्व में विद्यालयों में आयोजित पेंटिंग प्रतियोगिता के प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर प्राप्त विजेताओं को भी प्रतीक चिह्न व प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए। कारगिल दिवस के अवसर पर वीर कारगिल शहीदों के वीर नारियों, परिजनों समेत अध्यक्ष जिला पंचायत, अध्यक्ष नगर पालिका जिलाधिकारी,पुलिस अधीक्षक, मुख्य विकास अधिकारी, समेत विभिन्न अधिकारियों,पूर्व सैनिकों, जनप्रतिनिधियों आदि के द्वारा शहीदों के चित्र पर पुष्य अर्पित किए गए।
इस अवसर पर अपने संबोधन में अध्यक्ष जिला पंचायत दीपिका बोहरा ने कहा कि उत्तराखंड राज्य सैन्य भूमि है, यहाँ हर घर से जवान देश की सेवा कर रहा है, जो हमारे लिए गर्व की बात है। अध्यक्ष नगर पालिका पिथौरागढ़ राजेन्द्र रावत ने कहा कि देश की रक्षा में इन वीर सपूतों ने जो अपनी सहादत ही है, उनकी इस सहादत को हमेशा याद रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि हम सबका कर्तव्य है कि हम सभी ऐसे वीर शहीदों के परिवारों को सहयोग एवं मदद करें, उनकी जो भी समस्यायें आदि हों उसे दूर करें। उन्होंने कहा कि इन वीर शहीदों के नाम पर जो भी सड़क, भवन आदि होना है, वह शीघ्रता से किया जाय, यही उनके प्रति एक सच्ची श्रंद्धांजलि होगी।
इस अवसर पर जिलाधिकारी आनंद स्वरूप ने सभी वीर शहीदों को याद करने के साथ ही उन्हें अपनी श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि कारगिल युद्ध में इन वीर जवानों द्वारा जान की परवाह किए बिना पाकिस्तान, जिसके द्वारा धोखे से कारगिल पर जो कब्जा कर लिया था हमारे देश के वीर जवानों द्वारा विपरीत परिस्थितियों, जिसमें हमारी सेना पहाड़ी के नीचे व पाकिस्तान की पहाड़ी के ऊपर थी उसके बावजूद भी पाकिस्तान की सेना पर विजय प्राप्त करते हुए उन्हें खदेड़ा गया,जिसमें इस जिले के वीर सपूतों द्वारा भी अपना बलिदान देते हुए इस जिले का नाम रोशन किया। जिलाधिकारी ने कहा कि उन वीर शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगी जब हम उनके परिवारजनों की हर संभव मदद करें। जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में देश के वीर शहीदों के नाम विभिन्न विद्यालय, सड़क आदि रखे गए हैं और विभिन्न घोषणाएं भी मुख्यमंत्री द्वारा की गई हैं, उन्हें शीघ्र ही पूर्ण किए जाने हेतु कार्यवाही गतिमान है। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने सभी का आह्वान करते हुए कहा कि इस देश के प्रति हमारी जो जिम्मेदारी है , उसका सही निर्वहन कर हम देश को सुरक्षित रखने हेतु प्रयास करें। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक सुखबीर सिंह ने शहीदों को श्रंद्धांजलि देते हुए कहा कि हमारे अनेक वीर सैनिकों द्वारा सीमा पर रहकर हमेशा ही देश की रक्षा में अपना बलिदान दिया है,जिसमें हमारे जिले के वीर सैनिक भी शामिल हैं, जो हमारे लिए गर्व की बात है। हम सभी को इन वीर शहीदों के परिवार जनों का सम्मान करते हुए उनकी मदद करनी चाहिए।
इस अवसर पर कारगिल शहीदों के परिजन, श्रीमती लीला देवी पत्नी स्व० जोहार सिंह, श्रीमती तनुजा देवी पत्नी स्व० किशन सिंह(सेना मेडल) श्रीमती शांति सामंत पत्नी स्व० गिरीश सिंह, श्रीमती कूना देवी माता स्व० कुण्डल सिंह बेलाल को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर चित्रकला प्रतियोगिता के विजेताओं प्रज्ञा जोशी, दीक्षा जोशी, उज्जवल साही, रवि प्रसाद, रिया जोशी, सचिन जोशी, सागर नाथ, ज्योति धामी को प्रतीक चिह्न व प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए पूर्व सैनिक नरेन्द्र चंद द्वारा कारगिल दिवस(शौर्य दिवस) के इतिहास के बारे में जानकारी दी गई। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अनुराधा पाल, अपर जिलाधिकारी फिंचा राम चौहान, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी ले कर्नल(सेवानिवृत्त) बीपी भट्ट, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ० एच सी पंत, मुख्य शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार जुकरिया, कर्नल(सेवानिवृत्त) एम पी एस गुलेरिया, समन्वयक नेहरू युवा केन्द्र ध्रुव डोगरा,पूर्व सैनिक संगठन के पदाधिकारी, मेजर ललित सामन्त(अव. प्राप्त) सूबेदार दान सिंह वल्दिया के अतिरिक्त अन्य उपस्थित रहे।