कारगिल शौर्य दिवस : वीर सपूतों की शहादत की शौर्य गाथा को सुनकर लोगों की आँखे नम हुई

  • पूरे हर्षोल्लास के साथ जनपद नैनीताल भर में मनाया गया कारगिल शौर्य दिवस।

MY BHARAT TIMES, 26 जुलाई 2022, मंगलवार, हल्द्वानी। कारगिल शौर्य दिवस पूरे हर्षोल्लास के साथ जिले भर में मनाया गया। मुख्य समारोह शहीद पार्क मे आयोजित किया गया। मेयर डॉ० जोगेन्दर पाल सिह रौतेला, जनरल (से.नि.) आई.जी.एस. बोरा, स्टेशन कमाण्डर कर्नल अमित मोहन, ब्रिगेडियर (से.नि.) बी.पी. जोशी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट, अपर जिलाधिकारी अशोक जोशी, एसपी सिटी हरबंस सिह, मुख्य नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय, सैनिक कल्याण अधिकारी ले. कर्नल (से.नि.) जी.एस. बिष्ट, सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिह, उपजिलाधिकारी मनीष कुमार व पूर्व सैनिकों व शहीद सैनिकों की वीर नारियों ने शहीद पार्क में आयोजित कार्यक्रम में कारगिल शहीदों के स्तंभ पर पुष्पचक्र अर्पित किए तथा दो मिनट का मौन रख कारगिल शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
लाल बहादुर शास्त्री सभागार में विभिन्न स्कूली विद्यालयों द्वारा देशभक्ति से ओत प्रोत गीत, नृत्य व नाट्य की प्रस्तुति दी जिसे देखकर उपस्थित जन भाव विभोर हो गई। वीर सपूतों की शहादत की शौर्य गाथा को सुनकर लोगों की आँखे नम हुई। दरअसल 1999 में पाकिस्तानी घुसपैठिए आतंकवादी और सैनिक चोरी-छिपे कारगिल की पहाड़ियों में घुस आए थे। इस घुसपैठ के खिलाफ भारतीय सेना ‘ऑपरेशन विजय’ शुरू किया और एक-एक घुसपैठिए को मौत के घाट उतार दिया या भागने पर मजबूर कर दिया। 26 जुलाई 1999 ही वह दिन था, जब भारतीय सेना ने कारगिल की पहाड़ियों को घुसपैठियों के चंगुल से पूरी तरह छुड़ा लिया और ऑपरेशन विजय के पूरी तरह से सफल होने की घोषणा की गई।

शौर्य दिवस कार्यक्रम में शॉल ओढ़ाकर कारगिल शहीद सैनिकों की वीर नारी श्रीमती जयंती देवी पत्नी लांसनायक रामप्रसाद, श्रीमती अनिता भण्डारी पत्नी लां० नायक सेना मेडल, चन्दन सिंह, श्रीमती लीला देवी पत्नी नायब सूबेदार बलवंत सिंह, श्रीमती जानकी देवी पत्नी नायक भूपेन्द्र सिंह, श्रीमती उमा जोशी पत्नी सिपाही मोहन सिंह, श्रीमती जानकी देवी पत्नी नायक मोहन सिंह, श्रीमती चन्द्रकला नायक शौर्यचक्र, चन्दन सिंह एवं सिपाही मोहन जोशी के भाई गणेश जोशी साथ ही आपरेशन विजय मे घायल सैनिक हवलदार (से.नि.) बहादुर पाल सिंह, नायक (से.नि.) कैलाश चन्द्र तथा सिपाही कृष्ण बहादुर राणा को भी सम्मानित किया गया।
आयोजित कार्यक्रम में जिला सैनिक कल्याण अधिकारी ले. कर्नल (से.नि.) जी.एस. बिष्ट ने बताया कि भारतीय इतिहास का यह वो महत्पूर्ण दिन है जिस दिन हमारे देश के महान वीर सपूतों ने हसते-हसते मातृभूमि की रक्षा करते हुये अपने प्राणों का बलिदान देकर 26 जुलाई 1999 को कश्मीर के कारगिल जिले में पाकिस्तानी घुसपैठियों को खदेड़ा था। भारतीय सेना ने आपरेशन विजय संचालित कर आज से 23 वर्ष पूर्व ये महान उपलब्धि हासिल की थी। कारगिल युद्ध में हमारे लगभग 500 वीर योद्धा शहीद हुये थे। इस पूरे युद्व मे उत्तराखण्ड के 75 जवान शहीद हुये थे।

ब्रिगेडियर (से.नि.) बी.पी. जोशी ने कहा कि हमारे देश की अखण्ड़ता और सम्प्रभुता को अक्षुणण रखने में भारतीय सैनिकों के शौर्य, पराक्रम और साहस की अहम भूमिका है। वे देश का अभिमान हैं। उन्होंने कहा सैनिकों से हमें सीख लेनी चाहिए कि वे किस प्रकार पूरी निष्ठा से कार्य करते हैं, उसकी सीख देश के हर आम व्यक्ति को लेनी चाहिए। उन्होंने प्रत्येक नागरिक जिस क्षेत्र मे कार्य करता है वह पूरी कर्तव्यनिष्ठा व ईमानदारी के साथ कार्य करना ही शहीदो के प्रति सच्ची श्रद्वांजलि होगी। कार्यक्रम में केवीएम पब्लिक स्कूल हीरानगर, राजकीय बालिका इन्टर कालेज हल्द्वानी,खालसा नेशनल बालिका इन्टर कालेज, दोर्ण पब्लिक स्कूल नवाबी रोड एवं नैनी वैली स्कूली बच्चों द्वारा देश भक्ति गीतों का रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये। निबंध प्रतियोगिता में प्रथम प्रतिष्ठा बिष्ट दून पब्लिक स्कूल, द्वितीय चेतना देऊपा, दीक्षांत इन्टरनेशरल स्कूल तथा तृतीय पूजा कबड्वाल राजकीय इन्टर कालेज लामाचौड़ रही।

कार्यक्रम में कर्नल (से.नि.) डी.एस. बिष्ट, कर्नल (से.नि.) बीडी काण्डपाल, कर्नल (से.नि.) एमएस चौहान, मेजर (से.नि.) बी.एस. रौतेला, कैप्टन (से.नि.) पीएस भण्डारी, कैलाश चन्द्र, एस बिष्ट, एनएस बोरा, जेएस बोरा, हरीश कुमार, के अलावा एसएसपी हरबंस सिह, प्राचार्य एनएस बनकोटी आदि लोग मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन कैप्टन (से.नि.) पुष्कर सिंह भण्डारी द्वारा किया गया।

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