नई दिल्ली, आज यानी 24 अप्रैल, 2021 को जस्टिस एनवी रमण ने भारत के नए मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। राष्ट्रपति भवन में उन्हें राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने शपथ दिलाई। राष्ट्रपति भवन में शपथ ग्रहण कार्यक्रम आयोजित हुआ। न्यायमूर्ति एसए बोबडे 23 अप्रैल, 2021 को मुख्य न्यायाधीश पद से रिटायर हुए हैं। उनकी जगह जस्टिस एनवी रमण नियुक्त किया गया है, जो 26 अगस्त, 2022 को इस पद से सेवानिवृत्त होंगे। वह देश के 48वें मुख्य न्यायाधीश बनाए गए हैं।
साल 2014 में सुप्रीम कोर्ट के जज हुए थे नियुक्त
रिपोर्ट की मानें तो एनवी रमण को फरवरी 2014 को सुप्रीम कोर्ट का जज नियुक्त किया गया था। उन्होंने 10 फरवरी 1983 में वकालत शुरू की थी, जिस दौरान चंद्रबाबू नायडू आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, उस दौरान जस्टिस रमण आंध्र प्रदेश सरकार के एडिशनल एडवोकेट जनरल हुआ करते थे।
जानें कौन है जस्टिस रमण?
आंध्र प्रदेश में 27 अगस्त, 1957 को कृष्णा जिले के पुन्नावरम गांव में किसान परिवार में जस्टिस रमण का जन्म हुआ। रमण ने विज्ञान और कानून में पढ़ाई की। 10 फरवरी, 1983 को वकील के तौर पर उन्होंने अपना करियर शुरू किया।
इसके बाद उन्होंने आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट, केंद्रीय प्रशासनिक ट्राइब्यूनल और सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस शुरू की। 27 जून 2000 को वो आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के स्थायी न्यायाधीश नियुक्त हुए। उन्होंने 10 मार्च 2013 से 20 मई 2013 तक आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के तौर पर काम किया। न्यायाधीश रमण को 2 सितंबर, 2013 में दिल्ली हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के तौर पर प्रमोशन किया गया।