उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की फिल्म सिटी बनाने की घोषणा के बाद अब उत्तराखंड सरकार भी इस दिशा में कदम बढ़ाती नजर आ रही है। उत्तराखंड के नैसर्गिक सौंदर्य और फिल्मों की शूटिंग के लिहाज से अनुकूल माहौल को देखते हुए राज्य सरकार ने फिल्म सिटी के लिए उपयुक्त जगह तलाशनी शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री भाग्यश्री और उनके पति हिमालय दासानी से मुलाकात के दौरान यह जानकारी दी।
उत्तराखंड पिछले कुछ वर्षों के दौरान फिल्मकारों के पसंदीदा शूटिंग डेस्टिनेशन के रूप में उभरा है। शूटिंग के अनुकूल वातावरण और सुविधाओं की उपलब्धता के कारण फिल्मकारों ने उत्तराखंड में रुचि दिखाई है। 66 वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में पहली दफा शामिल की गई श्रेणी मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट का पुरस्कार उत्तराखंड को मिलना इसकी पुष्टि करता है।
दरअसल, अक्टूबर 2018 में देहरादून में आयोजित इन्वेस्टर्स समिट के दौरान देश-विदेश के फिल्म निर्माताओं ने उत्तराखंड में शूटिंग की बेहतरीन संभावनाओं को देखते हुए अपने सुझाव दिए थे। इन सुझावों के मुताबिक ही प्रदेश सरकार ने नई फिल्म नीति तैयार की। नीति में शामिल प्रविधानों का ही असर रहा कि पिछले लगभग डेढ़ वर्ष के दौरान दो सौ से ज्यादा फिल्मों, धारावाहिक, डाक्यूमेंट्री आदि की शूटिंग उत्तराखंड में की गई।
उत्तर भारत के कलाकारों को हिंदी फिल्मों में भविष्य बनाने के लिए मुंबई जाना पड़ता है। शुरुआती दौर में यह उनके लिए काफी खर्चीला और मुश्किलभरा काम होता है। उत्तर प्रदेश सरकार ने इसी कड़ी में फिल्म सिटी बनाने का फैसला किया। अब उत्तराखंड सरकार ने भी राज्य में फिल्म सिटी बनाने की कवायद आरंभ कर दी है।
सोमवार को मुख्यमंत्री आवास पर मुख्यमंत्री के साथ चर्चा के दौरान फिल्म अभिनेत्री भाग्यश्री व हिमालय दासानी ने कहा कि उत्तराखंड के प्रति फिल्मी हस्तियों का रुझान बढ़ा है। राज्य में युवाओं को फिल्म के क्षेत्र में विभिन्न तरह का प्रशिक्षण दिया जाए तो युवा इस क्षेत्र में भविष्य बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि फिल्म क्षेत्र के साथ ही आर्गेनिक उत्पादों के क्षेत्र में भी उत्तराखंड में काफी संभावनाएं हैं।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड में फिल्म सिटी बनाने के लिए भूमि तलाशी जा रही है। फिल्म सिटी के लिए भूमि अधिक चाहिए और इसके लिए एयर कनेक्टिविटी की सुविधा भी जरूरी है। इस लिहाज से एयरपोर्ट से कम दूरी पर भूमि तलाशने के प्रयास किए जा रहे हैं। उत्तराखंड के युवाओं को अगर यहां फिल्म के क्षेत्र में प्रशिक्षण मिलता है, तो वे अच्छा भविष्य बना सकते हैं। उत्तराखंड में फिल्म सिटी बनने से लोगों की आर्थकिी में भी सुधार होगा।