MY BHARAT TIMES, एचआरडी मंत्री डॉ० रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने आज आईआईटी खड़गपुर पूर्व छात्र फाउंडेशन तथा आईआईटी खड़गपुर के संयुक्त तत्वावधान में “भारत – उच्च शिक्षा हेतु वैश्विक गंतव्य : राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020” विषय पर आयोजित वेबीनार में प्रख्यात शिक्षाविदों एवं विशिष्ट उद्योग विशेषज्ञों के साथ सहभागिता की। डॉ० रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में संस्तुत नई शिक्षा नीति के माध्यम से हम इस बात के लिए प्रतिबद्ध हैं कि भारत को उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक ग्लोबल हब के रूप में विकसित करना है। इस वेबीनार के माध्यम से शिक्षा संवाद की जो प्रक्रिया शुरू हो रही है, इसका निश्चित रूप से पूरे शैक्षिक जगत को लाभ पहुँचेगा। हम सब एक ग्लोबलाइज्ड संसार में रह रहे हैं, जिसमें ग्लोबल इकॉनमी, ग्लोबल कल्चर, ग्लोबल नॉलेज सिस्टम, ग्लोबल एजुकेशन सिस्टम, ग्लोबल माइंड सेट के साथ ही हम आगे बढ़ सकते हैं। इस ग्लोबल एप्रोच को साथ रखते हुए ही भारत ने आत्मनिर्भर बनने का रास्ता भी चुना है।
साथ ही उन्होंने कहा कि हम विश्व के सभी ज्ञानवर्धक व सर्वश्रेष्ठ कार्यों से सीखने के लिए तत्पर हैं, साथ ही हमारा जो अच्छा कार्य है वह भी पूरे विश्व में प्रसारित करने के लिए तैयार हैं क्योंकि हम अच्छे से जानते हैं कि शिक्षा और ज्ञान एक डायनेमिक प्रक्रिया है और इसे जितना हम देते हैं वह उतनी ही बढ़ती जाती है। हमारी भारतीय संस्कृति सदैव देने वाली संस्कृति रही है इसीलिए हम विद्यादान में भरोसा रखते हैं। आईआईटी जैसे ब्रांड और श्रेष्ठ प्लेटफार्म से जुड़े आप सब लोगों के पास श्रेष्ठ ज्ञान, अनुभव, विश्वसनीयता, स्किल्स तथा इकोसिस्टम है। इस अवसर पर उन्होंने सभी से मंत्रालय द्वारा विकसित युक्ति तथा युक्ति 2.0 पोर्टल पर विद्यादान के लिए आह्वाहन किया।
उन्होंने कहा कि आईआईटी जैसे ब्रांड के बनने में कोई एक कारण नहीं होता और ना ही यह एक दिन में तैयार हो जाते हैं। ऐसे ब्रांड सतत परिश्रम का परिणाम होते हैं। नई शिक्षा नीति के माध्यम से ऐसी ब्रांडेड शिक्षा के लिए भारत एक बार फिर तैयार है। मैं नई शिक्षा नीति के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु आप सभी से रचनात्मक प्रयासों के साथ आगे आने के लिए आह्वान करता हूं।