MY BHARAT TIMES, एचआरडी मंत्री डॉ० रमेश पोखरियाल निशंक ने आज पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय, बठिंडा के नवनिर्मित-परिसर के उद्घाटन समारोह में पूर्व केंद्रीय मंत्री, बठिंडा लोकसभा संसदीय क्षेत्र से सांसद श्रीमती हरसिमरत कौर बादल के साथ सहभागिता की। इस अवसर पर उन्होंने कहा “मुझे विश्वास है कि अत्याधुनिक वैज्ञानिक सुविधाओं से संपन्न एवं अंतरराष्ट्रीय पर्यावरणीय मानकों से सुसज्जित यह परिसर विद्यार्थियों के शोध एवं अध्ययन को नई सकारात्मक दिशा प्रदान करेगा।” उन्होंने कहा कि शोध को अपना फाउंडेशन बनाते हुए पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय ने अनेक महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अनुसंधान कार्य किया है – चाहे वो ब्रेन ट्यूमर के फैलाव पर शोध कार्य हो या वनस्पतियों का उपयोग करते हुए बायो – हर्बीसाइड पर शोध कार्य हो । यही ‘लोकल टू ग्लोबल एप्रोच’ ही हमें आत्मनिर्भर भारत की ओर ले कर जाएगी।
डॉ० निशंक ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और क्वांटम कंप्यूटिंग के दौर में हमारी नई शिक्षा नीति आधुनिकता के सारे आयामों को समाहित करते हुए बहु-विषयक और बहुभाषी पक्षों को भी लेकर चल रही है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से प्रभावित हमारी पीढ़ी को प्रभावी बुद्धिमत्ता की ओर ले जायें, इसका भी विशेष ध्यान रखा गया है। इस शिक्षा नीति में टैलेंट की पहचान तो होगी ही, टैलेंट का विकास भी होगा और टैलेंट का विस्तार भी किया जाएगा। पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय ने राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, थाईलैंड सहित अनेक देशों के विश्वविद्यालयों एवं शोध संस्थानों के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके फलस्वरूप विश्वविद्यालय शोध के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित कर रहा है। यह भारत के वैश्विक ज्ञान-केंद्र बनने के सपने को साकार करने की दिशा में एक बढ़ता कदम है।
उन्होंने कहा कि पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय, बठिंडा ने ‘विसाका’ रैंकिंग में 100% कैशलेस भुगतान हेतु 8वॉ स्थान प्राप्त करने के साथ ही यहाँ सार्वजनिक सेवाओं के अंतर्गत पाँच गाँव भी गोद लिए हैं, मैं विश्वविद्यालय को इसके लिए हार्दिक बधाई देता हूँ तथा आशा करता हूँ कि आप ‘जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान एवं जय अनुसंधान’ के संकल्प को आगे बढ़ाएंगे।