MY BHARAT TIMES, उदयपुर एचडीएफसी बैंक के रीजनल मैनेजर और उनकी सहयोगी महिला सहकर्मी का शुक्रवार को बदमाशों ने उनकी कार सहित अपहरण कर लिया। बदमाश उन्हें चित्तौड़गढ़ जिले में ले गए, जहां मैनेजर एक पेट्रोलपंप पर डीजल भरवाते समय बदमाशों को चकमा देकर उनके चंगुल से बच गए, वहीं कार में डीजल खत्म होने पर बदमाश उनकी सहकर्मी महिला और कार को छोड़ भागे। इस संबंध में चित्तौड़गढ़ के डूंगला थाने में शनिवार शाम मामला दर्ज हुआ है। जीरो एफआइआर की प्रति उदयपुर पुलिस को भेजी गई है। जिसके आधार पर इस मामले की जांच होगी। इधर, पुलिस इस मामले के हर पहलू की जांच कर रही है।
उदयपुर के मधुवन स्थित एचडीएफसी बैंक में रीजनल मैनेजर जयपुर निवासी आमेश पुत्र लक्ष्मीनारायण सेठी शुक्रवार को अपनी सहकर्मी महिला के साथ घूमने बड़ी तालाब पर अपनी कार से गए थे। इसी दौरान वहां कुछ बदमाश आई 20 कार से आए। चार बदमाशों ने आमेश और उनकी महिला सहकर्मी के साथ बदतमीजी की और उन्हें उनकी ही कार में ढकेल दिया। बदमाशों ने दोनों का अपहरण कर लिया और उन्हें कार सहित चित्तौड़गढ़ की ओर रवाना हो गए। रास्ते में ही बदमाशों ने आमेश से उसके गले में पहनी चार तोला सोने की चेन तथा सोने की अंगूठी छीन ली। बदमाश पहले उन्हें मेनार क्षेत्र में ले गए और वहां उन्होंने अपनी कार छोड़ दी। इसके बाद डूंगला पहुंचे। यहां कार में डीजल खत्म होने की आशंका में वह बड़ीसादड़ी रोड स्थित पेट्रोल पंप पर पहुंचे तथा उसी दौरान बैंक के रीजनल मैनेजर को मौका मिला और वह कार से उतरकर पेट्रोलपंप कर्मियों के पास पहुंच गए। उनसे सहायता मांगने पर पंपकर्मी वहां आए तो वह वहां से रवाना हो गए।
बड़ीसादड़ी मार्ग पर कार में डीजल खत्म हो गया तो बदमाश उनकी सहकर्मी को छोड़कर भाग निकले। बैंक की सहकर्मी महिला की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची तथा जीरो नंबर एफआइआर दर्ज कर मामले को उदयपुर पुलिस के लिए रवाना किया है। इधर, पुलिस अधीक्षक डॉ. राजीव पचार का कहना है कि अपहरण का मामला दर्ज कर जांच की जा रही है, हालांकि इसके पीछे दूसरे कारण भी संभव है। मामले की पड़ताल से सच्चाई सामने आएगी। महिला सहकर्मी को सोमवार को बयान के लिए बुलाया गया है। पीड़ित रीजनल मैनेजर के बयान लिए जाने हैं।