MY BHARAT TIMES, देहरादून,4 मई, 2020। उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के मामले धीरे-धीरे तूल पकड़ते जा रहे हैं, हालाँकि ज्यादातर जिलों में कोरोना के मामले अब नहीं आ रहे हैं लेकिन उसके बावजूद भी कोरोना के मामले कुछ जिलों में आ रहे हैं। उनमें हरिद्वार सबसे ऊपर है , हरिद्वार में लगातार संक्रमण के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। अभी तक हरिद्वार से जितने भी मामले आ रहे थे उन्हें एम्स ऋषिकेश में भेजे जा रहे थे, लेकिन अब एम्स ऋषिकेश में मेडिकल स्टॉफ के कोरोना संक्रमित होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने मरीजों को रेफर करने के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए हैं। हरिद्वार से रेफर किए जाने वाले मरीजों को अब कोरोनेशन और जॉलीग्रांट भेजा जायेगा। इन मरीजों को एम्स ऋषिकेश और दून मेडिकल कॉलेज में भर्ती नहीं किया जाएगा। मरीजों की सुरक्षा के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग ने यह निर्णय लिया है।कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सरकार ने सोशल डिस्टेंसिंग में रहने की अपील की है।कोरोना वायरस से विश्वभर के लगभग 180 से भी ज्यादा देश जूझ रहे हैं। वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन ने कोरोना को महामारी घोषित किया है। भारत देश भी इन सब देशों में एक है जो कोरोना वायरस से जंग लड़ रहा है।पूरे देश में जहाँ एक ओर देश व विदेश की समस्त जनता सोशल डिस्टेंसिंग पर है वहीं दूसरी ओर प्रशासन,चिकित्सा,पेयजल और विद्युत विभाग आदि से जुड़े कार्मिक चौबीस घँटे अनवरत सेवा में लगे है। सीएमओ डॉ. सरोज नैथाणी ने बताया पहले सभी गंभीर मरीजों को एम्स ऋषिकेश रेफर किया जाता था। लेकिन एम्स ऋषिकेश में मेडिकल स्टॉफ के कोविड-19 संक्रमित मिलने के बाद विशेष सर्तकता बरतना जरुरी है। इसलिए निर्णय लिया गया है कि रेफर की स्थिति में मरीज को कोरोनेशन और जौलीग्रांट अस्पताल भेजा जाएगा।