तंजीम अहले उलामा-ए-सुन्नत अवामे के नेतृत्व में नागरिक संशोधन कानून (सीएए) व एनसीआर के खिलाफ शनिवार सुबह शहर के ताज चौहारे पर बड़ी संख्या में लोग जुलूस में उमड़ पड़े। इस दौरान प्रशासन-पुलिस पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। पुलिस पूरे जुलूस पर ड्रोन कैमरे से नजर रखे हुए है। इस दौरान काले गुब्बारे छोड़कर भी विरोध जताया गया। प्रदर्शन कर रहे लोग हाथों में तिरंगा झंडा लेकर नारेबाजी कर रहे हैं। जुलूस में 41 उलमा व कई संगठनों के लोग शामिल हुए और डीएम को ज्ञापन दिया।
पीएसी की 10 कंपनियों समेत जिले भर के अफसर, कोतवाली, थाना प्रभारी व फोर्स को हल्द्वानी बुला लिया है। मुजाहिद चौक से लेकर ताज चौराहे तक प्रस्तावित जुलूस की वीडियोग्राफी हुई। शहर भर में पुलिस-पीएसी की तैनाती कर दी गई है। खुफिया एजेंसियां पल-पल पर नजर रखकर अफसरों को अपडेट कर रही हैं। सीएए को लेकर कई राज्यों में हालात बेकाबू हो चुके हैं। हल्द्वानी में भी तंजीम अहले उलामा-ए-सुन्नत अवामे के नेतृत्व में लोगों ने शुक्रवार को मुजाहिद चौक से जुलूस निकालकर डीएम कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन देने की अनुमति मांगी थी। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए प्रशासन ने मुजाहिद चौकी से ताज चौराहे तक ही आने के अनुमति दी है।इस दौरान वालंटियर तैनात कर लोगों को नियंत्रित करने की जिम्मेदारी उनकी खुद की होगी।
यह रही पाबंदी
लाउडस्पीकर के साथ चलना भी प्रतिबंधित रही। एसपी सिटी अमित श्रीवास्तव ने बताया कि ज्ञापन कार्यक्रम के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए शहर भर में भारी पुलिस बल तैनात किया है। लोगों की हर गतिविधि पर पुलिस व खुफिया एजेंसियों को पैनी निगाह रहेगी। सीओ सिटी डीसी ढौंडियाल ने बताया कि जिले भर से निरीक्षक, थानाध्यक्ष व पुलिस बल हल्द्वानी बुलाए गए हैं। इसके अलावा 10 कंपनी पीएसी, आइआरबी की भी बुलाई गई है। सोशल मीडिया पर कड़ी नजर रखी जा रही है। जुलूस में सादी वर्दी में पुलिसकर्मी भी रहेंगे।
शुक्रवार को भी चौकस रही पुलिस
सीएए व एनआरसी के शनिवार को प्रस्तावित विरोध व ज्ञापन कार्यक्रम को लेकर शुक्रवार को भी पुलिस अलर्ट रही। जामा मस्जिद, रोडवेज लाइन नंबर 17, ताज चौक, मुजाहिद चौक, बंजारन मस्जिद, ख्वाजा मस्जिद, गफ्फारी मस्जिद, चिराग अली बाबा दरगाह के आसपास पुलिस बल तैनात रहा। पुलिस-प्रशासन के अफसरों ने क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों व कई मस्जिदों के मौलाना के साथ वार्ताकर शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की। इस दौरान पार्षद शकील, अब्दुल मतीन सिद्दीकी, गुफरान, रूमी वारसी, इस्लाम मिकरान, जिशान व भीम सेना के सदस्य भी मौजूद रहे।