मंत्री डॉ० अग्रवाल ने विजेताओं को विभिन्न पुरस्कार जैसे स्मार्ट फोन, स्मार्ट वॉच तथा इयर पोड वितरित किये।
MY BHARAT TIMES, 19 अक्टूबर 2023, देहरादून। वित्त मंत्री डॉ० प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि ‘बिल लाओ इनाम पाओ’ योजना की लोकप्रियता को देखते हुए भारत सरकार द्वारा अपनी एक महत्वपूर्ण पहल के अंतर्गत खरीद का बिल प्राप्त करने के सम्बन्ध में उपभोक्ताओं को जागरूक किये जाने के लिए ‘मेरा बिल मेरा अधिकार’ नाम से एक ‘इनवॉयस प्रोत्साहन योजना’ शुरू की गयी है। यह योजना आरंभ में एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में असम, गुजरात और हरियाणा और केंद्र शासित प्रदेशों पुडुचेरी, दादरा व नगर हवेली और दमन व दीव में शुरू की गयी है। डॉ० अग्रवाल ने बताया कि इस योजना का शुभारंभ करते हुए केंद्र सरकार द्वारा विशिष्ट रूप से उत्तराखंड राज्य में संचालित जीएसटी ग्राहक ईनाम योजना “बिल लाओ-ईनाम पाओ“ का उल्लेख किया गया तथा प्रत्येक खरीद पर बिल प्राप्त किये जाने हेतु उपभोक्ताओं को प्रोत्साहित किये जाने के उद्देश्य से इस नवाचारी योजना को संचालित करने के लिए उत्तराखंड राज्य सरकार की प्रशंसा की गयी। बताया कि इस क्रम में केंद्र सरकार द्वारा अन्य राज्य सरकारों से उत्तराखंड राज्य में संचालित “बिल लाओ-ईनाम पाओ“ जैसी अभिनव योजना को अपने-अपने राज्यों में क्रियान्वित किये जाने का भी आह्वान किया गया है।
गुरुवार को रिंग रोड स्थित जीएसटी भवन में बिल लाओ इनाम पाओ योजना के माह अप्रैल और मई के विजेताओं को पुरस्कार वितरित किये गए। मंत्री डॉ० अग्रवाल ने विजेताओं को विभिन्न पुरस्कार जैसे स्मार्ट फोन, स्मार्ट वॉच तथा इयर पोड वितरित किये।
वित्त मंत्री डॉ० प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि योजना के अन्तर्गत 01 सितम्बर, 2022 से अब तक 47,134 उपभोक्ता पंजीकृत हुये हैं, जिनके द्वारा 2,10,382 बिल अपलोड किये गये हैं तथा जिनका कुल मूल्य रूपये 82.60 करोड़ है। उन्होंने बताया कि 01 अप्रैल, 2023 से अब तक 15,603 उपभोक्ता पंजीकृत हुये हैं, जिनके द्वारा 1,23,467 बिल अपलोड किये गये हैं तथा जिनका कुल मूल्य रूपये 41.28 करोड़ है।
मंत्री डॉ० अग्रवाल ने कहा कि यह आँकड़े दर्शाते हैं कि योजना को लेकर जनता में असीम उत्साह है एवं उनके द्वारा अधिकाधिक बिलों को अपलोड किया गया है। बताया कि इस योजना के अंतर्गत पुरस्कार विजेताओं तथा पुरस्कार वितरण में पूर्ण पारदर्शिता रहे इसीलिए इस सम्पूर्ण प्रक्रिया में कोई मानवीय हस्तक्षेप नहीं रखा गया है। सम्पूर्ण कार्यवाही इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से पूर्ण की जाती है।
डॉ० अग्रवाल ने बताया कि गत वर्ष 2022-23 (माह सितम्बर तक) रूपये 3597 करोड़ राजस्व की तुलना में संगत वर्ष 2023-24 (माह सितम्बर तक) में रूपये 3965 करोड़ राजस्व प्राप्त किया गया है, जो कि लगभग 10% अधिक है l माह सितम्बर, 2022 में प्राप्त राजस्व रु0 503 करोड़ की तुलना में माह सितम्बर, 2023 में प्राप्त राजस्व रूपये 595 करोड़ है, जो कि लगभग 18% अधिक है l
इस मौके पर आरजे काव्य ने कार्यक्रम का संचालन किया। इस अवसर पर डॉ० अहमद इकबाल, आयुक्त राज्य कर, आई.एस. बृजवाल, अपर आयुक्त (विशेष वेतनमान) राज्य कर, अनिल सिंह, अपर आयुक्त राज्य कर, अमित गुप्ता, अपर आयुक्त राज्य कर, डॉ० सुनीता पाण्डेय, संयुक्त आयुक्त राज्य कर, प्रवीण गुप्ता, संयुक्त आयुक्त राज्य कर, अनुराग मिश्रा, संयुक्त आयुक्त राज्य कर, एस.एस. तिरुवा, संयुक्त आयुक्त राज्य कर सहित अन्य विभागीय अधिकारी तथा कर्मचारी उपस्थित थे।