MY BHARAT TIMES, 2 दिसम्बर 2020, बुधवार, चम्पावत (सू०वि०), जिलाधिकारी सुरेंद्र नारायण पांडे ने जिला सभागार में जिला योजना वर्ष 2020-21 (जिला सेक्टर, राज्य सेक्टर, बाहय सहायतित तथा केंद्र पुरुनिधानित योजना) की योजनावार/ कार्यक्रमवार प्रगति सूचना, बीस सूत्रीय कार्यक्रम की प्रगति सूचना तथा रोजगार सृजन कार्यक्रम की प्रगति सूचना, मुख्यमंत्री घोषणा की प्रगति सूचना, ध्वज वाहक कार्यक्रम की प्रगति सूचना, तीन करोड़ से अधिक लागत वाली योजनाओं की प्रगति सूचना, जनसमस्यायें/ सी०एम० हेल्पलाइन की अद्यतन सूचना तथा अन्य विभागीय योजनाओं/ विकास कार्यों आदि की मदवार प्रगति सूचनायें तथा विभागों को अवमुक्त धनराशि के सापेक्ष वर्तमान तक प्रगति की विभागवार समीक्षा की। उन्होंने जिला योजना अंतर्गत विभिन्न विभागों से प्राप्त प्रस्तावों की भी समीक्षा करते हुए सभी विभागों को निर्देश दिए कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में विभागों द्वारा जो भी कार्य प्रस्तावित किए गए हैं, उसमें सभी विभाग यह सुनिश्चित करें कि सभी कार्य 31 मार्च 2021 से पूर्व पूर्ण होकर धनराशि शत प्रतिशत व्यय हो, इस हेतु योजनाबद्ध तरीके से कार्य करें। विभाग अधूरे कार्यों को प्राथमिकता देते हुए इन सभी कार्यों को इसी वर्ष में पूर्ण करें। अगले वित्तीय वर्ष हेतु एक भी अधूरा कार्य अवशेष न रहे, यह संबंधित अधिकारी की जिम्मेदारी है। उन्होंने सूचना विभाग को निर्देशित करते हुए कहा कि सांस्कृतिक दलों को रोस्टर के कोविड-19 के प्रचार-प्रसार के लिए लगाया जाए।
लोक निर्माण विभाग की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि विभाग जनोपयोगी कार्यों को प्राथमिकता देते हुए वहीं कार्यों को प्रस्तावित करें जो इसी वर्ष पूर्ण हो सके, साथ ही अधूरे कार्यो को पूर्ण करने हेतु धनराशि की मांग करें तथा किसी भी कार्य एवं परियोजना के प्रस्ताव प्रस्तुत करते समय उसकी डीपीआर अवश्य प्रस्तुत करें तभी धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी। बैठक में जिले में शिक्षा विभाग के अंतर्गत विभिन्न विद्यालय भवनों के निर्माण, मरम्मत आदि कार्यों की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने मुख्य शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि प्रथम प्राथमिकता उन विद्यालयों को दी जाय जहाँ पर भवनों की छत की मरम्मत करनी आवश्यकीय है, ताकि छात्र-छात्रा आसानी से पठन-पाठन कर सकें। उन्होंने कहा कि जिन विद्यालयों में शौंचालय निर्माण के प्रस्ताव हैं, शौंचालय में पानी की व्यवस्था अवश्य होनी चाहिए। उन्होंने कार्यदाई संस्था ग्रामीण निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता को निर्देश दिए कि शिक्षा विभाग के अंतर्गत जिन भी नए भवनों का निर्माण, मरम्मत कार्य, अतिरिक्त कक्ष, पुस्तकालय व चारदीवारी का निर्माण कार्य किया जा रहा है,वहाँ पर यह सुनिश्चित हो कि सभी कार्य इसी वित्तीय वर्ष में पूर्ण हो जायें। उन्होंने निर्माण कार्यों की गुणवत्ता हेतु समय-समय पर अधिकारियों को स्थलीय निरीक्षण करने के भी निर्देश दिए।
पेयजल विभाग की समीक्षा के दौरान जिले के तीनों खंड अंतर्गत निर्माणाधीन पेयजल योजनाओं के निर्माण की प्रगति की जानकारी संबंधित अधिशासी अभियंता द्वारा दी गई। जिलाधिकारी ने तीनों अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो पेयजल योजना इस वर्ष पूर्ण हो रही है उन्हीं के लिए धनराशि की मांग करें, उन्हें धनराशि अवमुक्त कर दी जाएगी। अधिशासी अभियंता पेयजल निगम ने बताया विभिन्न निर्माणाधीन पेयजल योजनाओं को इसी वर्ष पूर्ण किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने तीनों खण्डों से आए अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो योजना मार्च तक पूर्ण हो रही या जो बड़ी योजना हैं, उन्हें पूर्ण करने हेतु धनराशि की मांग करें। शीघ्र ही धनराशि अवमुक्त कर दी जाएगी। कृषि एवं उद्यान विभाग की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने विभागीय योजनाओं का लाभ किसानों एवं उद्यमियों को समय पर देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अनुदान के तहत जो भी कृषि उपकरण, बीज, रसायन आदि देने हैं उस पर प्राथमिकता के तहत कार्य करे। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी राजेन्द्र सिंह रावत, मुख्य शिक्षा अधिकारी आरसी पुरोहित, जिला उद्यान अधिकारी सतीश कुमार शर्मा, दुग्ध संघ प्रबंधक राजेश मेहता, जिला भेषज समन्वयक कमलेन्द्र यादव,अधिशासी अभियंता जल संस्थान बिलाल यूनुस, युवा कल्याण अधिकारी प्रतीक जोशी, अधिशासी अभियंता पेयजल वीके जोशी, अधिशासी अभियंता पीएमजीएसवाय एपी जोशी, ग्रामीण निर्माण विभाग केके जोशी एवं अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहें।