MY BHARAT TIMES, 2 फरवरी 2021, मंगलवार, पिथौरागढ़ (सू०वि०), विकास भवन सभागार में जिलाधिकारी डॉ० विजय कुमार जोगदण्डे ने जिला योजना,राज्य सेक्टर, केन्द्र पुरोनिधानित तथा बाह्य सहायतित योजनाओं की विभागवार समीक्षा की। बैठक में तीनों योजनाओं के अंतर्गत वित्तीय प्रगति की जानकारी देते हुए जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी ने अवगत कराया कि वर्तमान वित्तीय वर्ष 2020-21 में जिला योजनांतर्गत 47 करोड़ 77 लाख रुपये के सापेक्ष 39 करोड़ 48 लाख 28 हजार की धनराशि अवमुक्त हुई है, जिसमें से विभागों द्वारा वर्तमान तक 33 करोड़59 लाख 21 हजार, कुल 85.08प्रतिशत धनराशि व्यय कर ली गई है। इसी प्रकार राज्य योजनांतर्गत 184 करोड़ 50 लाख 90 हजार रुपये अवमुक्त धनराशि के सापेक्ष विभागों द्वारा वर्तमान तक 144 करोड़ 79 लाख 68 हजार कुल 78.48 प्रतिशत की धनराशि व्यय कर ली गई है। केन्द्र पुरोनिधानित योजना अंतर्गत 222 करोड़ 4 लाख 35 हजार अवमुक्त धनराशि के सापेक्ष विभिन्न विभागों द्वारा वर्तमान तक कुल 210 करोड़ 90 लाख 8 हजार कुल 94.98 प्रतिशत धनराशि व्यय कर ली गई है। इसके अतिरिक्त बाह्य सहायतित योजनांतर्गत प्राप्त 200 करोड़ की धनराशि पूर्ण व्यय कर ली गई है।
जिलाधिकारी ने बैठक में कहा कि विभिन्न विभागों जिनके द्वारा वर्तमान तक पूर्व में आवंटित धनराशि शत प्रतिशत व्यय नहीं की गई है परन्तु द्वितीय किश्त की मांग की जा रही है, ऐसे में उन्होंने विभागों को निर्देश दिए कि प्रथम किश्त शत प्रतिशत व्यय किए बिना द्वितीया किश्त की धनराशि अवमुक्त नहीं कि जाएगी। उन्होंने ऐसे विभागों को शत प्रतिशत धनराशि व्यय करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने जिले में पर्यटन विकास हेतु विभिन्न पर्यटन क्षेत्रों के विकास व सौंदर्यीकरण हेतु विभिन्न कार्यदाई सस्थाओं को जारी धनराशि के सापेक्ष धीमी प्रगति पर उन्हें शीघ्र ही शत प्रतिशत धनराशि व्यय करते हुए उपभोग प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि विभिन्न विभागों द्वारा विभागीय स्वीकृत निर्माण कार्यों हेतु प्राप्त धनराशि को संबंधित कार्यदाई सस्थाओं को धनराशि उपलब्ध कराते हुए योजना में धनराशि को शत प्रतिशत व्यय दिखाते हुए उपभोग प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया जाता है, जबकि कार्यदाई सस्थाओं द्वारा या तो कार्य प्रारंभ नहीं किया जा रहा हो या कार्य प्रगति पर है, जो कि कार्य पूर्ण नहीं है, यह एक आपत्तिजनक स्थिति है,जिलाधिकारी ने ऐसे विभागों को निर्देश दिए कि वह बिना कार्य पूर्ण के शत प्रतिशत व्यय न दिखाएं। साथ ही जिलाधिकारी ने ऐसे कार्य जो वर्तमान वित्तीय वर्ष व गत वित्तीय वर्ष के हैं जिनमें कार्य पूर्ण नहीं हुआ है और खर्च पूर्ण दिखाया गया है,की सूची एक सप्ताह में उपलब्ध कराने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।
बैठक में जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं की भी विभागवार समीक्षा करते हुए शत प्रतिशत घोषणाओं को ससमय पूर्ण करने के निर्देश दिये। बैठक में जिलाधिकारी ने जिला टास्क फोर्स के नामित अधिकारियों को निर्देश दिये कि सभी अधिकारी मासिक सत्यापन कर स्पष्ट निरीक्षण आख्या जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी कार्यालय को उपलब्ध करायें। जिलाधिकारी ने कम निरीक्षण वाले अधिकारी, भू-वैज्ञानिक खनिज विभाग, जिला पंचायतीराज अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास,अधिशासी अभियंता विद्युत खण्ड धारचूला, अधिशासी अभियंता ग्रामीण निर्माण विभाग पिथौरागढ़, अधिशासी अभियंता जल संस्थान डीडीहाट,कृषि एवं भूमि संरक्षण अधिकारी बेरीनाग एवं डीडीहाट को निर्देश दिए कि वह शीघ्र ही शत प्रतिशत निरीक्षण कर निरीक्षण आख्या उपलब्ध कराएं। बैठक में जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह समय-समय पर अपने अधीनस्थ कार्यालयों का भी निरीक्षण करें, साथ ही कहा कि सभी कार्यालयों में अभिलेखों का सही रख रखाव रखा जाय। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी अभिकारी अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए विकास कार्यों को ससमय पूर्ण करते हुए सरकारी योजनाओं को आम जन तक पहुँचायें। उन्होंने कहा कि लापरवाह अधिकारियों का स्पष्टीकरण लेते हुए उनके खिलाफ कार्यवाही हेतु शासन को पत्र लिखा जाएगा।इस हेतु उन्होंने एसे अधिकारियों को अपनी कार्यप्रणाली में बदलाव लाने के निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डॉ० सौरभ गहरवार, प्रभागीय वनाधिकारी विनय कुमार भार्गव, अपर जिलाधिकारी आर डी पालीवाल , मुख्य कोषाधिकारी डॉ० पंकज शुक्ला,मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ एच सी पंत,परियोजना निदेशक डीआरडीए आशीष पुनेठा,जिला विकास अधिकारी गोपाल गिरी,मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ० विद्यासागर कापड़ी समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।बैठक का संचालन जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी नफीस जमील द्वारा किया गया।