उत्तरी कश्मीर के जिला बारामुला के क्रेरी इलाके में आतंकवादियों ने सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवानों द्वारा लगाए गए संयुक्त नाके पर घात लगाकर हमला किया। आतंकवादियों द्वारा नाका पार्टी पर अचानक से की गई गोलीबारी में जम्मू-कश्मीर पुलिस का एसपीओ शहीद मुजफ्फर अहमद जबकि सीआरपीएफ 119 बटालियन के दो जवान लोकेश शर्मा और खुर्शीद खान शहीद हो गए। वहीं गोलीबारी करते हुए आतंकवादी मौके से फरार होने में सफल रहे। वहीं इस घटना के तुरंत बाद सेना, पुलिस व सीआरपीएफ के जवानों ने इलाके की घेराबंदी करते हुए सर्च ऑपरेशन चलाया है। फिलहाल अभी तक किसी आतंकी मुठभेड़ की सूचना नहीं है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बारामुला जिले के क्रेरी क्षेत्र में तैनात सीआरपीएफ की 119 बटालियन और पुलिस की एक संयुक्त नाका पार्टी पर आज सुबह कुछ आतंकवादियों ने अचानक से हमला बोल दिया। घात लगाकर नाका पार्टी पर किए गए इस हमले में 3 जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। इनमें जम्मू-कश्मीर का एक एसपीओ और सीआरपीएफ के दो जवान शामिल थे। घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया। डॉक्टरों ने एसपीओ मुजफ्फर अहमद को मृत लाया घोषित किया जबकि सीआरपीएफ के अन्य दो जवानों लोकेश शर्मा और खुर्शीद खान ने भी इलाज के दौरान जख्मों का ताव न सहते हुए दम तोड़ दिया।
आइजीपी कश्मीर विजय कुमार ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि आज सुबह बारामुला में आतंकवादियों द्वारा किए गए हमले में जम्मू-कश्मीर पुलिस का एक एसपीओ और सीआरपीएफ के दो जवान शहीद हो गए हैं। उन्होंने बताया कि ये आतंकवादी नाका पार्टी के नजदीक ही छिपे हुए थे। मौका पाकर उन्होंने अचानक से उस पर गोलियां बरसाना शुरू कर दी। इससे पहले की सुरक्षाकर्मी संभलते और अपनी पोजीशन लेते आतंकवादी गोलियां बरसाते हुए मौके से फरार हो गए।
वहीं सूचना मिलते ही सेना, सीआरपीएफ और पुलिस की अतिरिक्त टुकड़ियां मौके पर पहुंच गई और उन्होंने इलाके की घेराबंदी करते हुए सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया। सुरक्षाबलों ने बताया कि उन्होंने पूरे इलाके को सील कर दिया है। फिलहाल बाहरी क्षेत्रों की तलाशी ली जा रही है, उसके बाद घर-घर की भी तलाशी ली जाएगी। उत्तरी कश्मीर में पिछले 24 घंटों में आतंकवादियों का सुरक्षाबलों पर यह दूसरा हमला है। गत रविवार को आतंकवादियों ने सोपोर गांव सेना के एक गश्ती दल पर हमला किया था।