नगर निगम में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। रविवार को होमगार्ड के संक्रमित होने से सोमवार को दफ्तर बंद रहा था। अब बुधवार को आइटी अफसर मनीष पंत में कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने पर दफ्तर दो दिन के लिए फिर बंद कर दिया गया। नगर आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने आदेश दिया है कि गुरुवार व शुक्रवार को आमजन का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। दोनों दिन दफ्तर में सैनिटाइजेशन कराया जाएगा। हालांकि, इन दोनों दिन कार्मिकों को आना पड़ेगा।
पिछले एक माह में नगर निगम में कोरोना का यह चौथा मामला है। पहले एक सफाई निरीक्षक एवं उसके बाद एक सहायक नगर आयुक्त को कोरोना संक्रमण हुआ। फिर गेट पर आगंतुकों की थर्मल चेकिंग करने वाले एक होमगार्ड को और अब आइटी अफसर को। पिछले तीन दिन में यह दूसरा मामला है। नगर आयुक्त पांडेय ने बताया कि जनता की सुरक्षा व स्वास्थ्य को देखते हुए दो दिन निगम में जनता से सीधे जुड़े सभी कार्य पर रोक लगा दी गई है। हाउस टैक्स के साथ ही जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, दाखिल-खारिज जैसे सभी मामलों के चलते निगम में आने वालों से नगर आयुक्त ने दो दिन दफ्तर नहीं आने की अपील की है। उन्होंने वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी को संक्रमित अफसर के नजदीकी संपर्क में रहे समस्त कार्मिकों को चिह्नित कर उनका कोरोना टेस्ट कराने और होम आइसोलेट करने के निर्देश दिए।
लाइटों के करार पर संकट
नगर निगम में गुरुवार को ग्रामीण वार्डो के लिए 65 हजार एलईडी स्ट्रीट लाइट लगाने का करार होना है। कंपनी के अधिकारियों को दिल्ली से दून आना है। महापौर सुनील उनियाल गामा ने बताया कि कंपनी के अधिकारियों को पूरे मानकों के अनुपालन के बाद ही दफ्तर में बुलाया जाएगा। पहले यह करार बुधवार को होना था, लेकिन कंपनी के अधिकारी नहीं पहुंच पाए।