MY BHARAT TIMES, देहरादून। विधानसभा सत्र में मुख्य विपक्ष कांग्रेस ने सरकार को घेरने के लिए रणनीति तैयार कर ली है। सबसे पहले कांग्रेस कोरोना संक्रमण के दौरान स्वास्थ्य प्रबंधन की विफलता के मसले पर सरकार को घेरेगी। इसके अलावा हर दिन एक नए मुद्दे पर नियम 310 (सभी काम रोक कर विषय पर चर्चा) का प्रस्ताव लाया जाएगा। कांग्रेस भू-कानून और देवस्थानम बोर्ड पर प्राइवेट मेंबर बिल भी लाएगी। इस पर चर्चा न होने की सूरत में कार्य स्थगन के लिए इसे नियम 58 के तहत उठाया जाएगा।
रविवार को नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह की अध्यक्षता में कांग्रेस विधानमंडल दल की बैठक हुई। बैठक में निर्णय लिया गया कि कांग्रेस कोरोना, महंगाई, बेरोजगारी, किसानों की समस्याओं, कर्मचारियों के मसले, मनरेगा, उपनल कर्मियों व पुलिस की ग्रेड पे के मसले को पुरजोर तरीके से सदन में उठाएगी। कांग्रेस सदन को चलाने में पूरा सहयोग करेगी। प्रश्नकाल में जनता से जुड़े मसलों पर सरकार से विस्तृत जवाब मांगा जाएगा।
बैठक की जानकारी देते हुए नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि भू कानून और देवस्थानम बोर्ड को लेकर कांग्रेस सदन में विस्तृत चर्चा के लिए प्राइवेट मेंबर बिल भी लेकर आएगी। उन्होंने कहा कि सरकार ने इन मुद़्दों से भागने की कोशिश की तो फिर इन्हें कार्य स्थगन के प्रस्ताव के रूप में सदन में लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने साढ़े चार साल के कार्यकाल में आमजनता का जीना मुहाल किया हुआ है। कांग्रेस के पास सरकार को घेरने के लिए कई मुद्दे हैं। कांग्रेस सदन में सरकार की नाकामियों को भी पुरजोर तरीके से उठाते हुए हर सवाल का जवाब मांगेगी।
बैठक में विधायक करण माहरा, ममता राकेश, फुरकान अहमद, राजकुमार व आदेश चौहान मौजूद थे। विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल, काजी निजामुद्दीन, मनोज रावत और हरीश धामी विभिन्न कारणों से बैठक में उपस्थित नहीं हो पाए। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस महासचिव हरीश रावत भी बैठक में शामिल हुए।