देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आज गांधी पार्क पहुंचकर महात्मा गांधी और स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए. मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने गांधी जयंती के अवसर पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का भावपूर्ण स्मरण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि गांधी जी के सत्य व अहिंसा के सिद्धांत आज भी प्रासांगिक हैं। गांधी जी ने सत्याग्रह, अहिंसा और शांति का रास्ता अख्तियार कर अंग्रेजी शासन से देश को आजाद कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि आज भी महात्मा गांधी विश्व पटल पर शांति और अहिंसा के प्रतीक के तौर पर माने जाते हैं। संयुक्त राष्ट्र वर्ष 2007 से गांधी जी की जयंती को विश्व अहिंसा दिवस के रूप में मना रहा है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि शास्त्री जी ने ‘जय जवान-जय किसान’ का नारा देकर राष्ट्र को संकट की घड़ी में स्वाभिमान और एकजुटता के साथ मजबूती से खड़े होने का रास्ता दिखाया था। उन्होंने राष्ट्र को एक उत्तम नेतृत्व प्रदान किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि शास्त्री जी के सिद्धांत एवं आदर्शों का अनुसरण कर हम देश और प्रदेश को उन्नति के पथ पर तेजी से आगे बढ़ा सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि शास्त्री जी ने सार्वजनिक जीवन में सादगी, सत्यनिष्ठा, लगन, नैतिकता व राष्ट्र के प्रति समर्पण की जो अद्भुत मिसाल कायम की, वह हम सबके लिए प्रेरक है। शास्त्री जी का व्यक्तित्व व कृतित्व देश की युवा पीढ़ी के लिये सदैव प्रेरणा का स्रोत रहेगा. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत गांधी पार्क के बाद शहीद स्मारक पहुंचे और यहां राज्य निर्माण में शहीद हुए आंदोलनकारियों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। दरअसल 2 अक्टूबर के दिन ही मुजफ्फरनगर के रामपुर तिराहे पर राज्य स्थापना के लिए आंदोलन करने दिल्ली जा रहे आंदोलनकारियों पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने बर्बरता दिखाई थी। पुलिस ने नरसंहार करते हुए जहां कई आंदोलनकारियों को मौत के घाट उतार दिया था, वहीं मां-बहनों के साथ दुर्व्यवहार भी किया गया। उत्तराखंड के लिहाज से इस काले दिन पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शहीदों को पुष्प अर्पित किए।