बारिश और बर्फबारी से लुढ़कते तापमान के बीच पहाड़ में चुनावी सरगर्मियां अपने चरम पर हैं। उत्तरकाशी जिले की तीन विधानसभाओं के 30 से अधिक गांव बर्फ के आगोश में हैं और ग्रामीण श्वेत कफ्यरू के चलते अपने घर-आंगन तक सिमटे हैं। लेकिन, इन्हीं कुछ गांवों में चुनाव मैदान में उतरे प्रत्याशी और उनके कार्यकत्र्ता बर्फबारी के बीच खूब पसीना बहा रहे हैं। इनकी आहट कड़कड़ाती ठंड में भी राजनीतिक गर्माहट का एहसास कर रही है। गढ़वाल क्षेत्र के उत्तरकाशी, टिहरी, रुद्रप्रयाग और चमोली जिलों में ऊंचाई वाले इलाकों के गांव बर्फ से ढक चुके हैं।
उत्तरकाशी जिले की गंगोत्री विधानसभा के दस, यमुनोत्री विधानसभा के पांच और पुरोला विधानसभा के 15 गांव बर्फ के आगोश में हैं। इन गांवों को जोड़ने वाले पैदल रास्तों पर भी बर्फ की चादर बिछी हुई हैं और इन इलाकों में तापमान शून्य से भी नीचे चला गया है। परंतु, विधानसभा चुनाव के प्रचार के लिए भाजपा, कांग्रेस व आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी और उनके समर्थक बर्फबारी के बीच पैदल गांव-गांव पहुंचकर डोर-टू-डोर प्रचार में एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं।
गंगोत्री विधानसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी सुरेश चौहान बर्फबारी से प्रभावित हर्षिल घाटी के गांवों में डोर-टू-डोर चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे और मुखवा में मां गंगा के शीतकालीन मंदिर में पूजा-अर्चना की। उन्होंने बर्फबारी के बीच हर्षिल, मुखवा, झाला व जसपुर में घर-घर जाकर प्रचार किया। जबकि, कुछ दिन पहले कांग्रेस प्रत्याशी विजयपाल सजवाण ने भी बर्फबारी में कई किमी चलकर पुरोला, झाला, जसपुर, हर्षिल, मुखवा व धराली में प्रचार किया।
यमुनोत्री सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी दीपक बिजल्वाण ने यमुना के शीतकालीन प्रवास स्थल खरसाली पहुंचकर पूजा-अर्चना की और डोर-टू-डोर प्रचार किया। पुरोला विधानसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी दुर्गेश्वर लाल ने टिकोची, देवरा व कोट और कांग्रेस प्रत्याशी मालचंद ने मसरी व भीतरी में बारिश व बर्फबारी के बीच प्रचार किया। हालांकि, मोरी क्षेत्र के लिवाड़ी, फिताड़ी, सेवा, बरी, तालुका, ओसला, गंगाड़, पंवाणी व ढाटमीर गांव में अभी तक कोई भी प्रत्याशी नहीं पहुंच पाया है।