MY BHARAT TIMES, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के इंस्पेक्टर मोहन चंद्र शर्मा को उनकी शहादत के 12 साल बाद गैलेंट्री अवॉर्ड दिया गया है। मोहन चंद्र शर्मा मूल रूप से उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के निवासी थे। मोहनचंद शर्मा 1989 में बतौर सब-इंस्पेक्टर भर्ती हुए थे। वह प्रमोशन लेकर छह वर्ष में ही इंस्पेक्टर बन गए थे। उन्हें 2009 में अशोक चक्र से सम्मानित किया गया था। उन्हें अब तक सात बार गैलेंट्री अवार्ड मिल चुका है। मोहन चंद्र शर्माकी पत्नी माया शर्मा ने गैलेंट्री अवार्ड देने पर सरकार का आभार व्यक्त किया है। 19 सितंबर , 2008 को हुआ था बटला हाउस एनकाउंटर, इस एनकाउंटर के दौरान मोहन चंद्र शर्मा शहीद हो गए थे। कुछ लोगों के द्वारा इस एनकाउंटर को फर्जी भी बताया गया था, लेकिन जब गृहमंत्रालय द्वारा मोहन चंद्र शर्मा को गैलेंट्री अवार्ड से सम्मानित करने की घोसणा की गयी तो उसके बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एनकाउंटर को फर्जी बताने वालों पर निशाना साधते हुए अपने ट्वीट में कहा कि बटला हाउस एनकाउंटर को फेक बताकर शर्मा की शहादत का अपमान करने वाले चाहें तो उन्हें बधाई देकर बरसाती राष्ट्रभक्त बन सकते हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 215 पुलिसकर्मियों को गैलेंट्री अवॉर्ड से सम्मानित करने का ऐलान किया, इनमें मोहन चंद शर्मा भी शामिल हैं। शर्मा दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल में पदस्थ थे। 19 सितंबर, 2008 को हुए बटला हाउस एनकाउंटर में शर्मा घायल हुए थे और दिल्ली के होली फैमिली अस्पताल में 8 घंटे बाद उनकी मौत हो गई थी। पुलिस में अपनी 21 साल की सेवा के दौरान उन्होंने 60 आतंकियों को मौत के घाट उतारा था, 200 से ज्यादा खतरनाक आतंकियों और अपराधियों को गिरफ्तार भी किया था। पुलिस ने दावा किया था कि बटला हाउस एनकाउंटर में 2 आतंकी मारे गए, 2 पकड़े गए और 1 भागने में कामयाब रहा था। हालांकि, शर्मा की शहादत के साथ एनकाउंटर को लेकर राजनीति शुरू हो गई और राजनीतिज्ञों का एक वर्ग इसे फेक बताने पर आमादा हो गया था। उस वक्त टीम को लीड कर रहे बटला हाउस में शहीद हुए इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा, इंस्पेक्टर कैलाश बिष्ट, सब इंस्पेक्टर धर्मेंद्र कुमार, सब इंस्पेक्टर देवेंद्र सिंह, कॉन्स्टेबल निसार अहमद, कॉन्स्टेबल प्रवेश राठी को गैलेंट्री अवार्ड मिला है। बटला हाउस में शहीद हुए इंस्पेक्टर मोहन चंद्र शर्मा समेत दिल्ली पुलिस के 16 अधिकारियों को वीरता के लिए गैलेंट्री अवार्ड मिला है। ये सभी अधिकारी दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल में हैं या फिर रहे हैं। शहीद मोहन चंद्र शर्मा ऐसे अधिकारी बन गए हैं, जिन्हें अब तक सबसे ज्यादा बार गैलेंट्री अवार्ड मिला है। शहीद मोहन चंद्र शर्मा, कैलाश चंद्र बिष्ट, धर्मेन्द कुमार, देवेन्द्र सिंह, परवेश राठी व निसार की टीम ने दस नवंबर, 2017 को आतंकी सैफुल्लाह उर्फ कारी को जम्मू में एक घर में घेर लिया था। जिसके बाद दोनों तरफ से गोलियाँ चली और दिल्ली पुलिस के जवानों की गोलियों से जैश का ये आतंकी सैफुल्लाह ढेर हो गया था और इसके साथी आतंकी जफर इकबाल को गोलियाँ लगी थीं। इसके अलावा स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर तीन अधिकारियों को विशिष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक व 16 अधिकारियों व पुलिसकर्मियों को सराहनीय सेवाओं के लिए पुलिस पदक दिए गए हैं। दिल्ली पुलिस प्रवक्ता कार्यालय के अनुसार, डीसीपी मनीषी चंद्रा, एसीपी गोविंद शर्मा, शहीद इंस्पेक्टर मोहनचंद शर्मा, इंस्पेक्टर विनय कुमार, संजय गुप्ता, राजेश कुमार, कैलाश सिंह बिष्ट, धर्मेन्द्र कुमार, रविन्द्र जोशी, विनोद कुमार बड़ोला, एसआई बनै सिंह, अजयवीर सिंह, देवेन्द्र सिंह, एएसआई शिवमंगल यादव, एएसआई निसार अहमद शेख और एएसआई परवेश राठी को गैलेंट्री अवार्ड दिया गया है।