नई दिल्ली। भाजपा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सपने बेचने की कला में माहिर बताते हुए आरोप लगाया है कि झीलों का शहर दिल्लीवासियों को उनके द्वारा दिखाया गया एक और सपना है। भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सपने बेचने की कला में माहिर हैं और झीलों का शहर उनका दिल्लीवासियों को दिखाया गया एक और सपना है जो पूरा नहीं होगा।
सचदेवा ने कहा कि केजरीवाल ने 2018 में दिल्ली को सिंगापुर बनाने का सपना दिखाया था लेकिन 5 साल बाद भी दिल्ली को केजरीवाल सरकार से कोई विकास या सौंदर्यीकरण परियोजना नहीं मिली है। पिछले 9 वर्षों में दिल्ली में देखा गया सभी प्रमुख बुनियादी ढांचा या सौंदर्यीकरण परियोजनाएं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के फंड से आई हैं।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल पिछले दो साल से झीलों के शहर का सपना दिखा रहे हैं पर धरातल पर कुछ नही किया है। जबकि दिल्ली के उपराज्यपाल ने मात्र 6 माह में नजफगढ़ ड्रेन में परिवर्तित हुई ऐतिहासिक साहिबी नदी की सफाई करवा कर पुनर्जीवित कर और यमुना किनारे घाट बनवा कर ज़मीनी काम किया है।
सचदेवा ने आगे कहा कि केजरीवाल का यह दावा कि झीलों के शहर के उनके विचार को ब्लूमबर्ग में जगह मिली है, हास्यास्पद है। कुछ महीने पहले केजरीवाल सरकार ने दावा किया था कि उनके सरकारी स्कूलों को न्यूयॉर्क टाइम्स और दुबई टाइम्स ने प्रदर्शित किया है, लेकिन एक दिन बाद यह एक प्रायोजित कहानी साबित हुई।
इसी तरह केजरीवाल ने अपने मोहल्ला क्लिनिक अवधारणा के लिए अंतर्राष्ट्रीय मान्यता का दावा किया है, जिसने न केवल दिल्लीवासियों को कोविड संकट के दौरान बुरी तरह से निराश किया, बल्कि आज भी यह एक फ्लॉप शो हैं, जिनमें से डॉक्टर और दवाएं गायब हैं और चिकित्सा परीक्षणों की कोई सुविधा नहीं है।