कोरोना महामारी के इस दौर में अलग-अलग संस्थायें अपने-अपने स्तर से जितना हो सकता है जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आ रही हैं। इस समय महामारी के इस काल में लाखों गरीब मजदूर लोग अपने-अपने गाँव की तरफ वापस जा रहे हैं। हालाँकि राज्य और केंद्र सरकारों के द्वारा इन प्रवासियों के लिए रहने और खाने तथा स्वास्थ्य सुरक्षा का पूरा ध्यान दिया जा रहा है, लेकिन इस महामारी के दौरान लगे लॉकडाउन के कारण लोगों के पास जो भी बचत थी वह समाप्त हो चुकी है। हजारों लोगों को इस दौरान बेरोजगार होना पड़ा। एक राज्य से दूसरे राज्य तक प्रवासियों को भेजने का इंतजाम भी सरकारों के द्वारा किया जा रहा है, इसके बावजूद भी सैकड़ों लोग अपने गंतव्य तक पैदल ही जा रहे हैं। इस पैदल यात्रा के दौरान उनको अपने घर तक पहुँचने में कई दिन भी लग जा रहे हैं। इन प्रवासियों को मार्ग के बीच-बीच में भोजन आदि की कमी न हो इसके लिए कई जगहों पर संस्थाओं के द्वारा इनके भोजन-पानी की व्यवस्था की जा रही है। देश के लगभग हर राज्य में जगह-जगह पर इन जरूरतमंदों के लिए हजारों संस्थायें, पुलिस और प्रशासन अपने स्तर से इनकी सेवा में जुटे हुए हैं। इसी कड़ी में कुछ महीने पहले ही दिल्ली में बनी एक नयी संस्था ‘अनुष्ठान एक पहल’ इस महामारी के समय में लॉकडाउन शुरू होने के बाद से ही जरूरतमंदों की सेवा के लिए आगे आयी और अभी तक लगभग 3 हजार से भी ज्यादा खाने के पैकेट, पानी की बोतल, मास्क, सुरक्षा कैप आदि वितरित कर चुके हैं। ‘अनुष्ठान एक पहल’ के संचालक मनोज पंत ने बताया कि उनकी संस्था तथा वह खुद जितना हो सकता है जरूरतमंदों के लिए हमेशा आगे रहते हैं। उनके साथ-साथ उनके संस्था से जुड़े अधिवक्ता अरुण गुप्ता और उनका पूरा परिवार तथा इस संस्था से जुड़े अन्य लोग भी इस महामारी के संकट काल में हमेशा जरूरतमंदों की मदद के लिए तत्पर रहते हैं। मनोज पंत ने बताया कि उनकी संस्था के माध्यम से अभी तक दिल्ली के विभिन्न स्थानों में लोगों की मदद की गयी है। उन्होंने पैदल चल रहे प्रवासियों के साथ-साथ डीटीसी की बसों से जाने वाले मजदूरों को भी खाने के पैकेट और पानी वितरित किया गया। साथ ही उन्होंने बताया की वह इस पुण्य के काम को मंगलवार और शनिवार को करते हैं, और यदि इसके अलावा भी समय मिलता है तो वह अवश्य जरूरतमंदों की मदद करते हैं। मनोज पंत ने जानकारी दी कि अभी तक वह प्रवासियों की मदद कर रहे थे, लेकिन अब वह इनके साथ-साथ विर्द्धाश्रमों और अन्य जगहों पर भी अपनी संस्था से माध्यम से जरूरतमंदों की सेवा करेंगे।