MY BHARAT TIMES, 30 अप्रैल 2022, लखनऊ । देश में जहां एक ओर धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर का विवाद गहरा रहा है वहीं उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेशों के बाद से लाउडस्पीकरों को उतारने और उनकी आवाज को उचित डेसिबल पर लगाकर चलाने की कार्रवाई की जा रही है।
उत्तर प्रदेश में धर्मगुरुओं के साथ वार्ता कर धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर उतरवाने की कार्रवाई लगातार की जा रही है। पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने अब तक राज्य के विभिन्न धार्मिक स्थलों से 45,773 लाउडस्पीकरों को हटाया है। वहीं 58 हजार से अधिक लाउडस्पीकरों की आवाज कम कराई जा चुकी है। उत्तर प्रदेश के एडीजी ला एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने यह जानकारी दी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लाउडस्पीकर की आवाज संबंधित परिसर के भीतर ही रहने का निर्देश दिए जाने के बाद 26 अप्रैल से पुलिस कार्रवाई लगातार जारी है। बता दें कि गुरुवार तक धार्मिक स्थलों से 21963 लाउडस्पीकर उतरवाए गए थे। निर्धारित मानकों के अनुरूप लाउडस्पीकरों की आवाज कराने की सिलसिला भी जारी है।
मुख्यमंत्री ने कार्रवाई के निर्देश देने के बाद गोरखपुर स्थित श्रीगोरखनाथ मंदिर परिसर, मानसरोवर मंदिर परिसर व मंगला देवी मंदिर परिसर के लाउडस्पीकरों की आवाज कम करा दी थी। लखनऊ स्थित सभी मस्जिदों के लाउडस्पीकर की आवाज कम कराई गई है। प्रदेश के अन्य प्रमुख धार्मिक स्थलों से भी लाउडस्पीकर हटवाए जाने के साथ ही उनकी आवाज भी कम कराई गई है।
वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद में लगे लाउडस्पीकर की आवाज कम की गई है। काशी विश्वनाथ धाम, कालभैरव मंदिर, संकटमोचन हनुमान मंदिर, दुर्गा मंदिर, तुलसी मानस मंदिर में अब आरती के दौरान लाउडस्पीकर का प्रयोग नहीं हो रहा है। प्रयागराज में सुन्नी जामा मस्जिद के भी लाउडस्पीकर उतारे गए हैं।
मथुरा में शादी ईदगाह पर लगे तीन लाउडस्पीकर में से दो को हटा दिया गया है। श्रीकष्ण जन्मस्थल पर लगे लाउडस्पीकर की आवाज बंद कर दी गई है। अयोध्या में टेढ़ी बाजार मस्जिद व बाबरी मस्जिद समेत अन्य धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर उतारे गए हैं। हनुमानगढ़ी में लाउडस्पीकर की आवाज धीमी की गई है।
इसके अलावा अब तक मेरठ 52, अलीगढ़ में 182, सहारनपुर में 507, देवबंद में 21 व बरेली में 30, बिजनौर में 266, इटावा में 156, मिर्जापुर में 93 व महोबा में 134 धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटवाए गए। सभी जिलों में लाउडस्पीकर उतरवाने व उनकी आवाज कम कराने की कार्रवाई लगातार चल रही है।