MY BHARAT TIMES, ALMORA. कुछ दिन पहले तक उत्तराखंड में कोरोना के मामलों पर अंकुश लगा हुवा था लेकिन अब यह मामले धीरे-धीरे बढ़ते जा रहे हैं। उत्तराखंड में सबसे ज्यादा एक दिन में कोरोना के मामले 19 मई को आये, 19 मई को एक दिन में ही 16 मामले सामने आये हैं। उत्तराखंड में बुधवार सुबह फिर दो नये कोरोना संक्रमित मामले सामने आये हैं। पहला मामला उत्तरकाशी जनपद के डुंडा क्षेत्र का रहने वाले एक 38 वर्षीय युवक का है। वह दिल्ली में किसी होटल में काम करता था और 15 मई को दिल्ली से उत्तरकाशी आया था। 16 मई को उसे जिला अस्पताल उत्तरकाशी में आइसोलेशन में रखा गया था और उसी दिन जांच के लिए नमूना लिया गया था। जिसकी रिपोर्ट पॉज़िटिव आयी है। इसके साथ ही उत्तरकाशी में कोरोना संक्रमितों की संख्या 3 हो गयी है। उसके साथ 3 लोग और थे जिनको क्वारन्टाइन कर दिया गया है। वहीं दूसरा मामला हरिद्वार के मोहम्मदपुर रुड़की निवसी व्यक्ति में भी कोरोना की पुष्टि हुई है। इसके बाद राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़कर 113 हो गई है।उत्तराखंड के 10 जिले कोरोना वायरस से प्रभावित हैं। मंगलवार को तीन नए जिलों में कोरोना वायरस के मामले सामने आए थे। इस लिस्ट में चमोली, टिहरी और बागेश्वर शामिल था। अब राज्य में चंपावत, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ ही ऐसे जिले हैं जहां कोरोना वायरस का मामला सामने नहीं आया है। अभी तक आये कोरोना के मामलों पर यदि ध्यान दिया जाये तो देहरादून में सबसे ज्यादा 47 मामले सामने आये हैं। देहरादून के बाद नैनीताल और ऊधमसिंह नगर में 23-23 मामले आये हैं। अल्मोड़ा 02, हरिद्वार में कोरोना पॉजिटिव केस 08, पौड़ी में कोरोना पॉजिटिव केस 04, उत्तरकाशी में 3 , चमोली में 1, टिहरी में 1 और बागेश्वर में 2 मामले सामने आए हैं। जिनमें से 1 मामले को कोरोना में नहीं गिना गया है, एम्स ऋषिकेश के चिकित्सकों के अनुसार उस मरीज की मौत मस्तिस्क में ब्लीडिंग के कारण हुयी थी। यदि इस मामले को हटा दिया जाता है तो संक्रमितों की संख्या अभी तक मिली जानकारी के अनुसार 113 हो गयी है। कोरोना के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए सभी को सजग रहने की आवश्यकता है। शासन-प्रशासन द्वारा कोरोना की रोकथाम के लिए प्रयास किये जा रहे हैं। इस समस्या से निपटने के लिए पुलिस ने भी कमर कसी हुयी है। विभिन्न संस्थाओं के माध्यम से भी कोरोना मरीजों की मदद की जा रही है। इसलिए हम सबको यह ध्यान रखना होगा की जो भी प्रवासी वापस उत्तराखंड आ रहे हैं उन पर विशेष तौर पर नजर रखनी है और जब भी वह गांव या शहर में पहुंचे तो उन्हें क्वारैंटीन के लिए 14 दिन अलग से रहने के लिए कहें और यदि कोई भी इस बात को नजरअंदाज करता है तो आप उसकी जानकारी 112 नंबर डायल करके पुलिस को दे सकते हैं अन्यथा अगर पुलिस सही समय पर किसी कारण से नहीं पहुँच पाती है तो आप इस बारे में अपने क्षेत्र के ग्रामप्रधान को इसकी जानकारी दें, इससे आप भी सुरक्षित रहेंगे और अन्य लोगों की भी सुरक्षा हो पायेगी।