सरकारी विद्यालयों में आफलाइन पढ़ाई यानी नियमित कक्षाएं लगाने के संबंध में जल्द निर्णय किया जा सकता है

MY BHARAT TIMES, देहरादून। प्रदेश में सरकारी विद्यालयों में आफलाइन पढ़ाई यानी नियमित कक्षाएं लगाने के संबंध में जल्द निर्णय किया जा सकता है। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने विभाग को इस संबंध में तमाम पहलुओं पर मंथन करने को कहा है। आगामी अगस्त माह से 50 फीसद छात्रसंख्या के साथ कक्षा छह से 12वीं तक कक्षाएं चलाई जा सकती हैं।

प्रदेश में चालू शैक्षिक सत्र में करीब चार माह गुजरने के बावजूद सरकारी विद्यालय छात्र-छात्राओं के लिए खोले नहीं जा सके हैं। बीते नवंबर माह से बोर्ड की कक्षाओं 10वीं व 12वीं के विद्यार्थियों के लिए विद्यालय खोले गए थे। कक्षा छह से 11वीं तक कक्षाएं पिछले शैक्षिक सत्र के अंतिम दिनों में खोलने का फैसला हुआ, लेकिन उस पर अमल नहीं हो सका है। कक्षा एक से पांचवीं तक विद्यालयों में अभी तक ताले लटके हैं।

चालू शैक्षिक सत्र में इसी माह से सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों को आनलाइन पढ़ाई के लिए बुलाया जा चुका है। बीती 18 जुलाई को शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय के आवास पर हुई विभागीय अधिकारियों की बैठक में विद्यालयों में पढ़ाई सुचारू करने पर विचार किया गया। कोरोना की दूसरी लहर कुछ हद तक थमने के बाद सरकारी विद्यालयों में छठी कक्षा से 12वीं तक पढ़ाई शुरू करने के बारे में अधिकारियों से सुझाव लिए गए।

बैठक में आगामी माह अगस्त से कोविड-19 के प्रोटोकाल का पालन करते हुए नियमित पढ़ाई शुरू करने के बारे में विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखकर रूपरेखा तैयार करने के निर्देश शिक्षा मंत्री की ओर से दिए जा चुके हैं। सूत्रों के मुताबिक 50 फीसद छात्रसंख्या के साथ पढ़ाई शुरू करने के संबंध में मंथन किया जा रहा है। 27 जुलाई को होने वाली कैबिनेट बैठक में भी इस संबंध में प्रस्ताव रखा जा सकता है। इस माह के अंत तक उत्तराखंड बोर्ड की 10वीं व 12वीं कक्षाओं का रिजल्ट घोषित करने की तैयारी भी है।

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