मण्डलायुक्त श्री हृयाकी ने शिविर कार्यालय में इन्दिरा नगर नाले के सम्बन्ध मे अधिकारियों की बैठक ली

MY BHARAT TIMES, सोमवार, 6 जुलाई 2020, हल्द्वानी (सूचना)। हल्द्वानी के नगरीय क्षेत्र में इन्दिरा नगर नाला प्रवाहित होता है जो अत्यधिक प्रदूषित व वर्षाकाल में उफान पर आ जाता है। जिससे क्षेत्र में जल भराव की समस्या उत्पन्न होती है। पानी सडकों पर तथा घरों मे प्रवाहित हो जाता है। इन्दिरा नाले के बरेली मार्ग के समानान्तर स्थित लालकुऒं मुख्य नहर में मिलने के कारण नहर अवरूद्व हो जाती है व बरेली राजमार्ग पर पानी फैल जाता है।
विधायक लालकुऒं नवीन दुम्का ने कहा कि इन्दिरा नगर नाले के अत्यधिक प्रदूषित पानी से लालकुऒं मुख्य नहर में प्रवाहित होने के कारण लालकुऒं क्षेत्र के कई गाँवों में कृषि, सिचाई के लिए प्रदूषित पानी की आपूर्ति होती है जिससे लालकुऒं क्षेत्र में लोगों को गन्दगी का सामना करना पड़ता है। मण्डलायुक्त ने श्री अरविन्द सिह हृयांकी ने गत बैठक में इन्दिरा नाले की निकासी एसटीपी गौलापार में करने हेतु मुख्य अभियन्ता सिचाई, नगर आयुक्त, अधीक्षण अभियन्ता जल संस्थान अन्य सम्बन्धित अधिकारियों को संयुक्त सर्वे कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये थे।
सोमवार को मण्डलायुक्त श्री हृयाकी ने शिविर कार्यालय में इन्दिरा नगर नाले के सम्बन्ध मे अधिकारियों की बैठक ली गई जिसमे अधीक्षण अभियन्ता सिचाई द्वारा अवगत कराया कि इन्दिरा नाले निकासी हेतु संयुक्त सर्वे कर लिया गया है साथ ही राष्टीय राजमार्ग (एनएचएआई)को एनओसी के साथ ही डीआरएम रेलवे को भी पत्र प्रेषित किया गया। जिस पर डीआरएम रेलवे द्वारा नहर द्वारा रेलवे लाइन क्रॉस करने का डिजाइन एवं आंगणन माँगा गया है। उन्होंने कहा कि इन्दिरा नहर किनारे अतिक्रमण भी किया गया है। उन्होंने अतिक्रमण रोकने का अनुरोध किया। जिस पर मण्डलायुक्त ने आयुक्त नगर निगम को अतिक्रमण पर रोक लगाने के निर्देश दिये। आयुक्त ने निर्देश देते हुये कहा कि इन्दिरा नहर निर्माण की कार्यदायी संस्था सिचाई विभाग होगा क्योकि नहर कार्य विशेषज्ञ सिचाई विभाग ही होता है साथ ही सिचाई विभाग के द्वारा ही कृषकों को सिचाई की जलापूर्ति होती है।उन्होंने कहा कि सभी सम्बन्धित अधिकारी समन्वय कर फिजिविलटी का आंकलन करते हुये इन्दिरा नहर के पानी को एसटीपी तक ले जाने हेतु डीपीआर प्रस्तुत करें। उन्होंनेे कहा कि नाले को एसटीपी तक ले जाने के लिए जल निगम का कार्य अति महत्वपूर्ण है इसलिए सभी अधिकारी समन्वय स्थापित करते हुये अपने-अपने कार्यो को रूचि लेकर करना सुनिश्चित करें।
आयुक्त ने जलनिगम द्वारा एडीबी के माध्यम से अमृत योजना के अन्तर्गत बनाये जा रहे कार्याे की भी चर्चा की, जिस पर अधिशासी अभियन्ता जल निगम ने बताया कि एडीबी द्वारा हल्द्वानी नगर मे 6 फेज में सीवरेज कार्य प्रस्ताव एडीबी को भेजे गये थे। जिसमें प्रथम फेज में कार्य हो रहा है। आयुक्त ने एडीबी को हल्द्वानी शहर का ड्रेनेज प्लान बनाने के निर्देश दिये साथ ही अधिशासी अभियन्ता जलनिगम को इन्दिरा नगर के दोनों तरफ के लोगों को सीवरेज से जोड़ने के प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिये। जिस पर अधिशासी अभियन्ता ने बताया कि इन्दिरा नगर कैचमैंट एरिया में 31 किमी सीवर लाइन की डीपीआर बनाई गई है जिसमें से 8 किमी सीवर लाइन ही स्वीकृति मिल गई है जिस पर कार्य प्रगति पर है। आयुक्त ने मुख्य अभियन्त सिचाई को निर्देश दिये कि वे जल निगम, जल संस्थान, नगर निगम, एडीबी, रेलवे, एनएचएआई के साथ साप्ताहिक बैठक कर आपसी समन्वय बनाते हुये डीपीआर बना कर प्रस्तुत करें ताकि डीपीआर को धनराशि की स्वीकृति हेतु शासन को भेजी जा सके।
बैठक में जिलाधिकारी श्री सविन बंसल, अपर आयुक्त संजय खेतवाल, नगर आयुक्त सीएस मर्तोलिया, मुख्य अभियन्ता सिचाई एनएस पतियाल, अधीक्षण अभियन्ता संजय शुक्ला,जल संस्थान विशाल सक्सेना, जल निगम ओपी सिह, अधिशासी अभियन्ता एके कटारिया, एनएच अनिल पंागती, स्टेशन इंचार्ज चयन राय आदि मौजूद थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *