नई दिल्ली: केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण तथा ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि देश के किसानों को हर हाल में अच्छी गुणवत्ता की खाद, बीज और कीटनाशक मिलना सुनिश्चित किया जाना चाहिए। शिवराज सिंह चौहान ने अपने मंत्रालय की विभागवार समीक्षा के दौरान इस संदर्भ में अधिकारियों को किसानों की भलाई के लिए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कई राज्यों में दोषी व्यक्तियों के खिलाफ प्रभावी अभियोजन कार्रवाई नहीं होने के कारण वे बच निकलते हैं। इस पर उन्होंने बताया कि वे शीघ्र ही राज्य सरकारों से इस मुद्दे पर बात करेंगे ताकि राज्यों के स्तर पर प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके और दोषियों को कड़ी सजा मिल सके, जिससे इस तरह के घृणित कृत्य रुक सकें।
कृषि भवन, नई दिल्ली में कृषि मंत्रालय की विभागवार समीक्षा करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कीटनाशक, बीज और उर्वरक किसी भी हालत में उच्च गुणवत्ता के ही होने चाहिए। उन्होंने बताया कि किसानों से शिकायतें आ रही हैं कि उन्हें घटिया गुणवत्ता के बीज, खाद और कीटनाशक मिलते हैं, जिससे उन्हें नुकसान उठाना पड़ता है। केंद्रीय मंत्री ने इस संबंध में अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि नकली या घटिया उत्पादों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
केंद्रीय मंत्री चौहान ने कहा कि आगामी फसल सीजन को ध्यान में रखते हुए किसानों को इस समस्या से राहत मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वे शीघ्र ही राज्यों के मुख्यमंत्रियों और कृषि मंत्रियों से भी इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे, क्योंकि राज्यों के स्तर पर ही इस पर प्रभावी कार्रवाई की जा सकती है। समीक्षा बैठक में यह बात सामने आई कि कई राज्यों में जांच और अभियोजन प्रक्रिया प्रभावी नहीं होने के कारण दोषी बरी हो जाते हैं या उन्हें हल्के दंड मिलते हैं।
केंद्रीय मंत्री ने जोर देते हुए कहा कि इस मामले में बड़े विक्रेताओं और निर्माताओं पर भी सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए और मौजूदा कानूनों का प्रभावी तरीके से उपयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से आग्रह किया कि वे खाद, बीज और कीटनाशकों के बारे में एक संयुक्त अभियान की कार्ययोजना तैयार करें, ताकि इस अभियान को बिना देरी के देशभर में, राज्य सरकारों के सहयोग से चलाया जा सके।
केंद्रीय मंत्री चौहान ने कहा कि किसानों के हित में यह अभियान बेहद महत्वपूर्ण है और इस पर किसी भी हालत में कोई भी समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि किसानों से इस संबंध में इनपुट लिया जाए, ताकि उनकी समस्याओं का समाधान सही तरीके से किया जा सके और उन्हें गुणवत्तापूर्ण उत्पाद मिल सके।